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सुरक्षा एजेंसियां भारत-नेपाल सीमा पर बढ़ाएंगी चौकसी, चम्पावत में दोनों देशों के अफसरों की बैठक में बना ये प्लान

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उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से लगी भारत-नेपाल सीमा पर होने वाले अपराधों पर नकेल कसने के लिए दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों ने बैठक कर साझा प्लान तैयार किया। उत्तराखंड के चम्पावत सर्किट हाउस में मंगलवार को एसएसबी और नेपाल एपीएफ के बीच डीआईजी समकक्ष समन्वय बैठक का आयोजन किया गया। एसएसबी पंचम वाहिनी चम्पावत के अधिकारियों ने बताया कि बैठक में सुरक्षा समेत तमाम मुद्दों पर सहमती बनी। दोनों सुरक्षा एजेंसियां एक दूसरे को खुफिया जानकारी साझा करेंगी। भारत और नेपाल में अवैध हथियारों व विस्फोटकों की तस्करी पर मिल कर लगाम लगाएंगे।

नकली इंडियन करेंसी पर भी लगाएंगे प्रतिबंध
बैठक में दोनों देशों के अधिकारियों ने ड्रग्स, प्रतिबंधित वस्तुओं और नकली भारतीय मुद्रा पर प्रतिबंध के लिए मिलकर काम करने पर सहमति बनाई। सीमा पर अपराध और अन्य गैर कानूनी गतिविधियों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए काम करेंगे।

मानव तस्करी रोकने पर मंथन
बैठक में तय हुआ कि दोनों देशों की एजेंसियां अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अन्य देशों के नागरिकों पर पैनी नजर रखेंगी। वन्य जीवों और मानव तस्करी रोकने को भी प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। दोनों देशों के बीच सदियों पुराने संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने पर जोर दिया गया।

बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में एसएसबी पीलीभीत के डीआईजी सुनील कुमार ध्यानी, एपीएफ नेपाल के डीआईजी कुमार नउपाने, एसएसबी अल्मोड़ा के डीआईजी डीएन बोम्बे, 11वीं वाहिनी डीडीहाट के कमांडेंट मधुकर अमिताभ, 39वीं वाहिनी पलिया के कमांडेंट पराग सरकार, 55 वीं वाहिनी पिथौरागढ़ के द्वितीय कमान अधिकारी अजय पांडेय, पांचवीं वाहिनी एसएसबी चम्पावत के द्वितीय कमान अधिकारी अमित कुमार, नेपाल के सैले शोवरी के एसपी प्रेम बहादुर रावल, कैलाली के एसपी रामहरि अधिकारी और दार्चुला के एसपी डामर बहादुर बिष्ट मौजूद रहे।