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गोविंद सामंत के समर्थकों को लगा झटका, फिलहाल भाजपा की सदस्यता पर रोक लगी

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चम्पावत के पूर्व भाजपा जिला महामंत्री व पूर्व जिला पंचायत सदस्य गोविंद सामंत की करीब दो साल बाद भाजपा में वापसी हुई। इससे उनके समर्थकों में खुशी का माहौल था। उन्होंने जबरदस्त उत्साह भी दिखाया, लेकिन यह खुशी ज्यादा देर नहीं टिक सकी। पार्टी ने गोविंद सामंत की वापसी पर संगठन स्तर पर अग्रिम आदेशों तक तकनीकी कारणों से रोक लगा दी है। खबरों के अनुसार प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया है कि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर गोविंद सामंत की सदस्यता पर तकनिकी कारणों से अग्रिम आदेशों तक यह रोक लगाई गई है।
मालूम हो कि मंगलवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में पूर्व में पार्टी से निष्कासित कई पदाधिकरियो की घर वापसी हुई। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ राकेश काला ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। पार्टी में शामिल करने के लिए बनाई गई स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन एवं राज्य सभा सांसद नरेश बंसल और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने सभी का भाजपा का पटका पहना कर स्वागत किया। इस मौके पर चम्पावत के पूर्व जिला महामंत्री गोविंद सामंत व उनके तमाम समर्थकों को भी पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। गोविंद के साथ चम्पावत के ब्लॉक प्रमुख पति वीरेंद्र सिंह, प्रकाश बोहरा, संजय रावत, बलवंत सिंह धामी, लक्ष्मण सिंह बोहरा, त्रिलोक कुमार, गिरीश खर्कवाल, पूरन सिंह बोहरा, मदन सिंह सामंत, कमल बिष्ट, सचिन जोशी, राकेश बोहरा भी भाजपा में शामिल हुए। मालूम हो कि पंचायत चुनाव में चम्पावत ब्लाक प्रमुख पद पर भाजपा के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी को उतारने के चलते गोविंद सामंत को भाजपा ने निष्कासित कर दिया था। तब गोविंद ने भाजपा प्रत्याशी को हरा कर निर्दलीय रेखा देवी की जीत सुनिश्चित कर अपनी राजनैतिक क्षमता का अहसास करा दिया था। उसके बाद से गोविंद मिशन 2022 को लेकर चम्पावत विधानसभा क्षेत्र में जबरदस्त तरीके से सक्रिय हैं। उनकी पार्टी में वापसी को 2022 के टिकट को लेकर भी देखा जा रहा था। इससे उनके विरोधी बौखला गए थे। माना जा रहा है कि इसी विरोध के चलते फिलहाल गोविंद की वापसी पर रोक लगाई गई है। अब देखना होगा कि पार्टी आगे क्या निर्णय लेती है।

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