डेंगू रोकथाम को लेकर सर्विलांस, फॉगिंग और जन-जागरूकता पर विशेष जोर
चम्पावत। डेंगू की रोकथाम एवं नियंत्रण को लेकर जिलाधिकारी नवनीत पांडे की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग, नगर निकाय, पंचायत प्रतिनिधियों एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में जिलाधिकारी ने डेंगू नियंत्रण के लिए तीन प्रमुख बिंदुओं—रोकथाम (Prevention), नियंत्रण (Control) और क्रियान्वयन (Implementation) पर केंद्रित रणनीति अपनाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सक्रिय निगरानी (Surveillance), संभावित मरीजों की घर-घर तलाश (Active Case Search) और जन-जागरूकता अभियान चलाए जाएं। आमजन को डेंगू के लक्षणों, फैलने के तरीकों और बचाव के उपायों की जानकारी दी जाए। डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए जिलाधिकारी ने प्रत्येक ब्लॉक में नियमित फॉगिंग (धुंआ छिड़काव) कराने और स्रोत नियंत्रण (Source Reduction) पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि घरों के आस-पास पानी जमा न होने दें, कूलर, गमले और टायर आदि की समय-समय पर सफाई की जाए। डेंगू नियंत्रण उपायों के प्रभावी कार्यान्वयन हेतु जिलाधिकारी ने रैपिड रिस्पॉन्स टीमों का गठन, अस्पतालों में पर्याप्त मेडिकल स्टाफ की तैनाती और ग्राम स्तर पर आशा व एएनएम कार्यकर्ताओं की सहायता से पानी की सैंपलिंग के प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
डेंगू के बारे में जागरूकता जरूरी…
चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि डेंगू एक वायरल संक्रमण है जो एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर दिन के समय काटता है और साफ पानी में पनपता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते, मतली और उल्टी शामिल हैं।
डेंगू से बचाव के उपाय…
घर व आसपास पानी जमा न होने दें, कूलर, गमले, टायर आदि की नियमित सफाई करें, पूरी बांह के कपड़े पहनें, मच्छरदानी व मच्छररोधी क्रीम का प्रयोग करें, बुखार की स्थिति में तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
जिलाधिकारी ने आमजन से हुए अपील की कि वे प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों में सक्रिय सहयोग करें और अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखें। उन्होंने कहा… ‘डेंगू से लड़ाई केवल प्रशासन की नहीं, हम सभी की जिम्मेदारी है।’बैठक में एसीएमओ डॉ. रश्मि पंत, एसीएम डॉ. इंद्रजीत पांडे, पीएमएस जिला चिकित्सालय डॉ. एच एस ह्यांकि, डॉ. सोनाली मंडल, अपर मुख्य अधिकारी कमलेश सिंह बिष्ट, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास राजेंद्र प्रसाद बिष्ट, डॉ. मनजीत सिंह आदि उपस्थित रहे।
