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यूपी में हुआ एक और एनकाउंटर, एसटीएफ ने गैंगस्टर अनिल दुजाना को किया ढेर, 64 से ज्यादा मुकदमे हैं दर्ज

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यूपी के मेरठ में गैंगस्टर अनिल दुजाना को एसटीएफ ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। जानकारी के अनुसार कुख्यात अनिल दुजाना के मेरठ में भोला झाल पर सक्रिय होने की पुख्ता जानकारी होने के बाद एसटीएफ ने उसे चारों ओर से घेर लिया। बताया गया कि पुलिस पर फायरिंग करते हुए वह फरार होने की कोशिश कर रहा था। इसी बीच पुलिस की गोली लगने से उसकी मौत हो गई।

अनिल दुजाना पर यूपी समेत अन्य राज्यों में 64 हत्या, रंगदारी, फिरौती आदि के केस दर्ज हैं। बादलपुर का दुजाना गांव कभी कुख्यात सुंदर नागर उर्फ सुंदर डाकू के नाम से जाना जाता था। सत्तर और अस्सी के दशक में सुंदर का दिल्ली-एनसीआर में खौफ था। उसने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक को जान से मारने की धमकी दे दी थी। इसी दुजाना गांव का है अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना। पुलिस रिकॉर्ड में 2002 में गाजियाबाद के कवि नगर थाने में इसके खिलाफ हरबीर पहलवान की हत्या का पहला मुकदमा दर्ज हुआ। मुजफ्फरनगर के रोहाना में भी एक हत्या के मामले में वह शामिल रहा था।

अनिल दुजाना वेस्ट यूपी में खौफ का पर्याय बना हुआ था। उस पर लूट डकैती हत्या समेत तकरीबन मुकदमे दर्ज थे। मेरठ में एसटीएफ के एसपी बृजेश सिंह के नेतृत्व में टीम ने उसे गंगनहर पर लोकेशन मिलने के बाद घेर लिया, अनिल दुजाना ने एसटीएफ की टीम पर फायरिंग की, जवाबी फायरिंग में वह मारा गया।

वेस्ट यूपी के कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना के पिछले दिनों जेल से बाहर आने की सूचना मिलने के बाद कई दिन से मेरठ एसटीएफ और वेस्ट यूपी की पुलिस उस की तलाश में जुटी हुई थी। कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना पिछले काफी समय से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था, लेकिन कुछ समय पहले वह जमानत पर बाहर आ गया। बताया जाता है कि इसकी जानकारी मॉनिटरिंग सेल के द्वारा पुलिस को भेजी गई थी, लेकिन स्थानीय पुलिस ने इसमें संज्ञान नहीं लिया।

जेल से बाहर आते ही देने लगा था हत्या की धमकी, हाल में दर्ज हुए थे दो मुकदमे
जेल से बाहर आते ही अनिल दुजाना ने जयचंद प्रधान मर्डर केस में उसकी पत्नी और गवाह संगीता को धमकी दी। जिसके बाद उच्च अधिकारियों ने एक्शन लेते हुए अनिल दुजाना के खिलाफ पिछले सप्ताह में 2 मुकदमे दर्ज किए। गुरुवार दोपहर को मेरठ एसटीएफ की टीम को अनिल दुजाना के गंग नहर पर होने की सूचना मिली, जिसके बाद टीम ने घेराबंदी करने के बाद अनिल दुजाना को भोला की झाल पर मुठभेड़ में मार गिराया।


दुजाना ने मुजफ्फरनगर में की थी छपार के खाद व्यापारी की हत्या
मुजफ्फरनगर में छपार के खाद व्यापारी राजीव त्यागी की हत्या के मामले में कुख्यात अनिल दुजाना को आरोपी बनाया गया था। मुकदमा कोर्ट में विचाराधीन है और 11 मई को सुनवाई होनी है। छपार के खाद व्यापारी राजीव गर्ग अपने भाई संजीव त्यागी की हत्या के मामले में गवाह थे। साल 2013 में राजीव त्यागी की हत्या कर दी गई थी। वारदात में अनिल दुजाना और जोगेंद्र जुगाला समेत कई आरोपियों को नामजद किया गया था।