उत्तराखंड में कोचिंग सेंटरों के मानकों की होगी जांच, आवास मंत्री ने बनाई पांच सदस्यीय कमेटी
देहरादून। दिल्ली के कोचिंग सेंटर में हुए जलभराव की वजह से 3 छात्र छात्राओं की मौत की घटना के बाद उत्तराखंड सरकार अलर्ट मोड पर है। घटना से सबक लेते हुए शहरी आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सभी कोचिंग सेंटरों के मानकों की जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। ये समिति सभी जिलों में संचालित कोचिंग सेंटरों के मानकों की जांच करके 2 हफ्ते में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
बता दें कि दिल्ली के कोचिंग सेंटर में जलभराव से कई छात्र सेंटर में फंस गए थे। घटना में दो छात्राओं और एक छात्र की डूबने से मौत हो गई थी। इस घटना के बाद एमसीडी समेत तमाम एजेंसियों ने मानकों को ताक पर रखकर चलाए जा रहे कोचिंग सेंटरों पर शिकंजा सकसना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड में भी शहरी आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने राज्य में संचालित कोचिंग सेंटरों में मानकों की जांच करने के आदेश दिए हैं। अग्रवाल ने कहा कि इस तरह की कोई भी घटना मानसून के दौरान उत्तराखंड में नहीं घटनी चाहिए। आवास मंत्री ने सख्त निर्देश दिया कि प्रदेश के कोचिंग सेंटर में मानक अनुसार कार्य नहीं होने पर तत्काल कार्रवाई की जाए उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि बेसमेंट में सुरक्षा उपाय तथा आपदा के समय निकासी जैसे अन्य आवश्यक कार्य न होने पर कोचिंग सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
मंत्री के आदेश के फौरन बाद आवास विभाग ने मानकों की जांच के लिए पांच सदस्यीय पैनल का गठन किया है। इस समिति में विकास प्राधिकरणों के उपाध्यक्ष, नगर आयुक्त या अधिशासी अधिकारी, डीएम द्वारा नामित अधिकारी, जिला अग्निशमन अधिकारी और एसपी/एसएसपी द्वारा नामित अधिकारी शामिल होंगे। ये समिति प्रदेश मे संचालित कोचिंग सेंटरों के मानकों जैसे, भवन निर्माण, फायर एग्जिट, प्रवेश व निकासी की स्थिति, इमरजेंसी एग्जिट की स्थिति और अन्य सुरक्षा मानकों की जांच करते हुए दो हफ्ते के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।