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उप जिला चिकित्सालय टनकपुर को मिला प्रथम पुरस्कार, भर्ती मरीजों ने उठाए सफाई व्यवस्था पर सवाल

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टनकपुर। जिस सरकारी अस्पताल को चार माह पूर्व ही सफाई व अन्य श्रेष्ठ कार्यों के लिए प्रदेश स्तर पर कायाकल्प के अवार्ड से नवाजा गया था, आज उसी चिकित्सालय में भर्ती मरीजों ने बदहाल सफाई व्यवस्था को लेकर चिकित्सालय की पोल खोलकर रख दी। जिसके बाद पूरे क्षेत्र में अस्पताल प्रबंधन की किरकिरी हो रही है। सरकारी अस्पताल में भर्ती मरीज अशोक कुमार, मोहम्मद जीशान, बसंती देवी ने बीते दिनों सीएमएस डॉ. घनश्याम तिवारी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि वे शुक्रवार से उप जिला चिकित्सालय टनकपुर में भर्ती हैं,। कहा है कि सरकार द्वारा एक तरफ जहां स्वच्छ भारत मिशन की बातें कहीं जाती हैं वहीं दूसरी ओर उप जिला चिकित्सालय ने सफाई व्यवस्था बदहाल है। जिससे मरीजों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। बेड की चादरों को तीन दिनों से नहीं बदला गया है। परेशान मरीज घर से चादरों को मंगा रहे हैं। अस्पताल की विधुत व्यवस्था भी बदहाल है। शौचालयों की सफाई व्यवस्था भी ठीक नहीं है।
मालूम हो कि जिला उप चिकित्सालय को विगत चार माह पूर्व ही कायाकल्प द्वारा प्रथम पुरस्कार ने नवाजा गया था। चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. घनश्याम तिवारी ने स्टाफ की कभी होने के चलते सफ़ाई व्यवस्था ठीक से न हो पाने की बात को स्वीकार किया है। बताया कि विद्युत आपूर्ति बाधित होने से मरीजों को दिक्कतें हुईं। कहा कि चादरों को रोज धोया जाता है। मौसम की खराबी के चलते चादरों को सूखने में अधिक समय लग रहा है। इस वजह से कुछ दिक्कतें हैं। व्यवस्था को बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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