चम्पावत जिले में दलित की हुई संदिग्ध मौत, शरीर पर हैं चोटों के निशान, पुलिस मामले की जांच में जुटी
चम्पावत जिले के देवीधुरा निवासी एक दलित व्यक्ति की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। उसकी मौत हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार के दौरान हुई है। मृतक के शरीर में गंभीर चोटों के निशान पाए गए हैं। हल्द्वानी पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया है। जानकारी मिलने के बाद चम्पावत पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 45 वर्षीय रमेश राम की टेलर की दुकान थी। वह देवीधुरा के पास केदारनाथ गांव में किराए पर दुकान का कमरा लेकर व्यवसाय करते थे। प्राप्त खबरों के अनुसार रमेश के पुत्र संजय ने बताया कि उसके पिता 28 नवंबर को एक बारात में गए थे। शाम को जब उसने पिता के नंबर पर फोन किया तो किसी अन्य व्यक्ति ने काल रिसीव करते हुए पिता के शादी में व्यस्त होने की बात कहते हुए उनके अगले दिन आने को कहा। दूसरे दिन उसे किसी ने फोन के जरिये पिता के बेहोशी की हालत में होने की बात बताई। पता चला कि कुछ लोग उसके पिता रमेश को लोहाघाट के अस्पताल में छोड़कर चले गए।
बेटे के मुताबिक गंभीर हालत में पिता को इलाज के लिए चम्पावत जिला अस्पताल ले गए, जहां से उन्हें डा. सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां मंगलवार की शाम को अस्पताल में इलाज के दौरान रमेश की मौत हो गई। संजय ने बताया है कि पिता के सिर, कमर, घुटना व कोहनी आदि में चोट के निशान हैं। सूचना पर मेडिकल चौकी पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। चम्पावत के एसपी देवेन्द्र पींचा ने बताया कि मामले की सूचना के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मृतक के शरीर में चोटों के निशान पाए गए हैं। परिजनों से तहरीर मिलने और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।