ततैया के झुंड ने महिला पर बोला हमला, हायर सेंटर ले जाते वक्त महिला ने दम तोड़ा
बागेश्वर। कपकोट तहसील के कन्यालीकोट बैसानी गांव निवासी 40 वर्षीय महिला पर ततैयों के झुंड ने हमला कर दिया। ततैयों के हमले में महिला गंभीर घायल हो गई। जिसके बाद परिजन महिला को जिला अस्पताल लेकर गए, जहां इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल है।
जानकारी के मुताबिक कन्यालीकोट बैसानी गांव निवासी हेमा देवी पत्नी रवींद्र सिंह (40) अपने खेतों में काम कर रही थी। इसी दौरान ततैयों के झुंड ने उस पर हमला बोल दिया। घटना के बाद परिजन उसे जिला अस्पताल बागेश्वर लेकर आए, जहां इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि घास में ततैयों का छत्ता था, महिला जिसे देख नहीं पाई। ततैयों के झुंड ने उसके शरीर पर कई स्थानों पर काट दिया। स्वजन उसे निजी वाहन से जिला अस्पताल ले गए, जहां महिला का उपचार किया जा रहा था।
हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया, लेकिन एंबुलेंस नहीं मिलने से महिला ने जिला अस्पताल में ही दम तोड़ दिया। मृतक महिला के दो बेटे हैं, जिसमें 14 वर्ष का पुत्र दिव्यांग है, वहीं पति बाहर नौकरी करता है। जिला अस्पताल में डॉ. सौरव ने बताया कि ततैयों का झुंड अधिक होने से महिला जख्मी थी। अस्पताल पहुंचने तक महिला के शरीर में जहर फैल चुका था और उनकी मौत हो गई। घटना के बाद गांव में मातम छाया हुआ है। साथ ही गांव वाले दहशत में है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं रेंजर श्याम सिंह करायत ने बताया कि ततैयों के काटने से मौत के मामले में भी छह लाख रुपये मुआवजा देने का प्रावधान है।
17 दिन पहले हुई थी युवक की मौत
बागेश्वर। ततैयों के हमले में 17 दिन पहले एक युवक की भी मौत हुई थी। 24 सितंबर को कपकोट में दोबाड़ गांव के रमेश सिंह को उसकी ससुराल तोली में ततैयों ने काट दिया था। दो दिन बाद हालत बिगड़ने पर वह जिला अस्पताल पहुंचा था, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। वहीं बीते सप्ताह गरुड़ के अमस्यारी, भिलकोट में भी ततैयों के झुंड ने हमला कर एक युवक को काट लिया था, उसकी हालत अब खतरे से बाहर है।