टनकपुर : ‘जिये पहाड़’ संस्था को है आर्थिक मदद की दरकार, सीएम कैंप कार्यालय के माध्यम से सीएम को भेजा गया ज्ञापन
टनकपुर। चम्पावत सहित पूरे प्रदेश में पुस्तकालयों के माध्यम से ‘जिये पहाड़’ संस्था युवाओं और छात्र-छात्राओं के भविष्य को संवारने में जुटी है। उत्तराखंड की कुल 24 सिटीजन लाइब्रेरी में से 75 फीसदी यानी कि 18 अकेले चम्पावत में है। चम्पावत की इन लाइब्रेरी के माध्यम से हजार से अधिक छात्र-छात्राएं भविष्य की राह तय कर रहे हैं, लेकिन आर्थिक संसाधनों की कमी से सुविधाओं को विस्तार देने में दिक्कत आ रही है। इसके मद्देनजर जिये पहाड़ की ओर से जिला समन्वयक अनिल बौधरी पिंकी ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में राजपाल चौहान के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर आर्थिक सहयोग दिए जाने की मांग की है। कहा है कि आर्थिक मदद मिलने से नई पुस्तकों को खरीदने के साथ ही छात्र छात्राओं के लिए अन्य सुविधाएं जुटाई जाएंगी। साथ ही लाइब्रेरी का बेहतर तरीके से संचालन हो सकेगा।
कहा है कि जिये पहाड़ के ये पुस्तकालय न केवल जानार्जन करा रहे हैं, बल्कि उत्तराखंड सरकार के 2025 तक नशामुक्त उत्तराखंड के सपने को पूरा करने में भी मददगार बन रहे हैं। नौजवानों को नशे से दूर रखने के लिए ये पुस्तकालयों मददगार बन रहे है। साथ ही काफी छात्र-छात्राएं विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफल हो चुके है। ज्ञापन देने वालों में जिये पहाड़ के जिला समन्वयक अनिल चौधरी पिंकी, सुमन टम्टा, दीपाली, वरखा निषाद, तनुजा जोशी, मीनू शर्मा, सपना अधिकारी, अंकित खर्कवाल, रिषभ श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।