टनकपुर

टनकपुर : रॉयल्टी की नई दरों का शासनादेश नहीं आने से असमंजस में कारोबारी

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टनकपुर। शारदा नदी से खनन निकासी 25 जनवरी से होनी थी। इसकी तैयारियां भी चल रही हैं, लेकिन बुधवार से खनन शुरू हो भी पाएगा इसको लेकर संशय बना हुआ है। क्योंकि अब तक रॉयल्टी की नई दरों का शासनादेश नहीं पहुंचा है। कारोबारी इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि उन्हें रॉयल्टी की पुरानी या फिर नई दर से किस हिसाब से भुगतान करना पड़ेगा। फिलहाल वन निगम ने पुरानी दरों पर ही खनिज निकासी की तैयारी कर रखी है। विभाग का कहना है कि शासनादेश आने पर नई दर से रॉयल्टी वसूली जाएगी। ऐसी स्थिति में शारदा में खनन कुछ दिन और आगे बढ़ सकता है। सरकारी और पट्टों के खनन की रॉयल्टी दरों में भिन्नता के विवाद की वजह से प्रदेश की अन्य नदियों के साथ ही शारदा में भी खनन शुरू नहीं हो पाया है। अब सरकार ने रॉयल्टी की दर कम कर दी हैं, जिसके बाद शारदा में भी खनन शुरू करने की तैयारी है। कारोबारियों की यूनियन ने 25 जनवरी से खनन शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए कारोबारी अपने वाहनों को दुरुस्त करने में जुटे हैं। इधर वन निगम के खनन प्रभाग की ओर से निकासी गेटों पर तौल कांटे लगाने के साथ ही कर्मचारी भी तैनात कर दिए गए हैं लेकिन विभाग के पास फिलहाल नई दरों का शासनादेश नहीं पहुंचा है जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि खनिज की निकासी रॉयल्टी की पुरानी दरों से होगी या नई दरों से। ऐसे में यदि कारोबारी 25 से खनन शुरू करते हैं तो रॉयल्टी दरों का अड़ंगा लग सकता है। यूनियन अध्यक्ष मनोज गुप्ता मन्नू का कहना है कि पूर्व में रॉयल्टी की दर करीब 27 रुपये थी, जिसे सरकार ने घटाकर 19.64 रुपये किया है। वे रॉयल्टी की नई दरों से ही खनिज निकासी शुरू करेंगे। वन विकास निगम शारदा खनन के प्रभागीय प्रबंधक देवेंद्र सिंह पुंडीर का कहना है कि विभाग की ओर से अभी रॉयल्टी की पुरानी दरों पर ही खनिज निकासी की तैयारी है। नई दर का शासनादेश आने पर उसी के अनुरूप रॉयल्टी वसूली जाएगी।

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