टनकपुरनवीनतम

टनकपुर: जल भराव की समस्या से निजात दिलाए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग के एसडीओ कार्यालय में की प्रदर्शन व तालाबंदी

ख़बर शेयर करें -

टनकपुर। हर साल बरसात में किरोड़ा नाले के पानी से होने वाली जलभराव की समस्या से जूझने वाले ग्रामीणों ने गुरुवार को सिंचाई विभाग के टनकपुर एसडीओ कार्यालय परिसर में प्रदर्शन करने के बाद तालाबंदी की। साथ ही एसडीएम को ज्ञापन भेज कर जल भराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए जल्द से जल्द कार्यवाही किए जाने की मांग की है। ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग के एई पर मामले में निष्क्रियता बरते जाने का आरोप लगाया है।

मालूम हो कि बरसात में किरोड़ा नाला उफान पर आ जाता है। जिस वजह से उसका पानी आमबाग, ककरालीगेट, बिचई, ज्ञानखेड़ा, सैलानीगोठ आदि गांवों में पानी भर जाता है। जल भराव से गांवों के करीब तीन हजार लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस वजह से वे लोग लंबे समय से जल भराव की समस्या से निजात दिलाने की मांग कर रहे हैं। कहा गया है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समस्या से निराकरण की घोषणा की थी। बावजूद उसके सिंचाई विभाग द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया है। इस वजह से इस साल बरसात में भी लोगों के सामने दिक्कतें पैदा होने का संकट खड़ा है।

जल निकास का उचित प्रबंध नहीं होने के चलते लोकसभा चुनाव के चंद महीनों पहले लोगों ने इस समस्या पर सरकारी अमले का ध्यान आकृष्ट करने के लिए प्रदर्शन किया। बृहस्पतिवार सुबह सिंचाई विभाग परिसर में सुबह दस बजे से तीन घंटे तक प्रदर्शन और तालाबंद की। ग्राम प्रधान राधिका चंद, ज्ञानखेड़ा के प्रधान नरी राम, बीडीसी सदस्य अशोक पाल, पूर्व बीडीसी सदस्य हरिओम सेठी, उप प्रधान गीता चंद, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य अंबादत्त पंत, दीप पचौली, हिमांशु उप्रेती, राकेश पांडे, रेणु पाल, राधा खत्री, तुलसी देवी, रमेश चंद रामू, उमेश, जगदीश चंद, कैलाश भट्ट, कैप्टन चंद्रशेखर गड़कोटी, ललित शर्मा, कृपाल पंत आदि का कहना है कि विभाग हर बार बस आश्वासन दे रहा है। बाद में मौके पर पहुंचे एसडीएम आकाश जोशी और विधायक प्रतिनिधि दीपक रजवार ने मई तक वैकल्पिक प्रबंध कराने का भरोसा दिलाया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी माने और धरना खत्म किया।

ग्रामीणों ने प्रदर्शन तो किया, लेकिन तालाबंदी नहीं की। कार्यालय में हमारा ताला था। सिंचाई विभाग ने 131 करोड़ रुपये का प्रस्ताव अगस्त 2023 में भेजा है। बरसात के लिए वैकल्पिक उपाय किए जाते हैं। आरके यादव, सहायक अभियंता, सिंचाई विभाग, टनकपुर।