शिक्षकों व कर्मचारियों ने कैंडल मार्च निकाल कर आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी

चम्पावत। जम्मू कश्मीर के विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत को लेकर लोगों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। लोग लगातार आक्रोश जताते हुए सरकार से आतंकवाद व पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। गुरुवार एक मई की देर शाम नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के बैनरतले शिक्षक और कर्मचारियों ने आतंकी करतूत का विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया। कैंडल मार्च निकाला और आतंकवादियों के खिलाफ कठोरतम कदम उठाने की मांग की। साथ ही आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।


आतकंवाद मुर्दाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद, भारत माता की जय के नारे के बीच कैंडल मार्च रोडवेज बस स्टेशन से गांधी चौक तक निकला गया। एनएमओपीएस के जिलाध्यक्ष गोविंद सिंह मेहता ने बताया कि पहली मई को देश के सभी जिलों में संगठन की ओर से पुरानी पेंशन बहाली के लिए कार्यक्रम प्रस्तावित था, लेकिन पहलगाम में हुई 22 अप्रैल की वारदात के बाद संगठन ने आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि और आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाने के लिए प्रदर्शन किया। कैंडल मार्च में अध्यक्ष गोविंद सिंह मेहता, राजकीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जगदीश अधिकारी, महामंत्री इंदुवर जोशी, कवींद्र तड़ाग्गी, बंशीधर थ्वाल, नागेंद्र जोशी, प्रदीप ढेक, रामप्रसाद कालाकोटी, मुकेश वर्मा, किशोर पंगरिया, संजय, हरीश पांडेय, चंद्रकांत खर्कवाल, राजेंद्र मेहता, उमेश जोशी, विनोद जोशी, दिव्यदर्शन शर्मा, मिंटू राणा, मुकेश शर्मा, एलएम चतुर्वेदी सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी और शिक्षक शामिल रहे।

