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UKSSSC पेपर लीक में सबसे बड़ा खुलासा, परीक्षा से एक दिन पहले सेंटर में छिपाया था मोबाइल, फिर ऐसे रचा जाल

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देहरादून। UKSSSC द्वारा आयोजित कराई गई स्नातक स्तरीय पदों के लिए लिखित प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न पत्रों के फोटो आउट होने की गुत्थी दून पुलिस ने सुलझाने का दावा किया। दून पुलिस ने पेपर लीक के मास्टर माइंड खालिद मलिक जिसे मंगलवार को हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया था, उससे पूछताछ के बाद ये खुलासा किया।

पुलिस के अनुसार पेपर लीक के मास्टर माइंड खालिद मलिक की गिरफ्तारी के बाद कई जानकारियों उसने दी हैं। आरोपी ने नकल करने के लिए चार जगहों से आवेदन किया था। चार आवेदन में से पेपर आउट करने के लिए एक परीक्षा केंद्र को चिन्हित किया था। साथ ही परीक्षा से पहले खालिद मलिक ने परीक्षा केंद्र की रेकी की थी। इस दौरान परीक्षा केंद्र में एक दिन पहले साढ़े छह फीट की दीवार फांद कर मोबाइल छिपाया था। परीक्षा के दिन पेपर आउट की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस के अनुसार हालांकि खालिद मलिक नकल करने में कामयाब नहीं रहा। वहीं पुलिस का कहना है कि विवेचना में जो भी अन्य साक्ष्य प्राप्त होंगे उनको भी संज्ञान में लेकर अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।

बता दें कि 21 सितंबर को UKSSSC द्वारा आयोजित कराई गई।स्नातक स्तरीय पदों के लिए लिखित प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न पत्रों के फोटो को अज्ञात व्यक्ति द्वारा आउट करने और उनके स्क्रीनशॉट को कुछ सोशल मीडिया एकाउंट्स पर प्रसारित किए गए थे। इस सम्बन्ध में UKSSSC द्वारा दिए गए शिकायती पत्र की एसआईटी द्वारा जांच के बाद एसआइटी रिपोर्ट के आधार पर थाना रायपुर पर उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम एवं रोकथाम के उपाय) अध्यादेश 2023 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया था। जिसकी विवेचना एसपी देहात ऋषिकेश द्वारा की जा रही है।

ऐसे हुआ था खालिद मलिक के नाम का खुलासा…

विवेचना के दौरान 23 सितंबर को मुख्य आरोपी खालिद मलिक की बहन साबिया को पुलिस ने पूछताछ कर गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ में उसके द्वारा अपने भाई खालिद मलिक के कहने पर प्रश्नों की फोटो को खालिद के मोबाइल से महिला असिस्टेंट प्रोफेसर को भेजे जाने और असिस्टेंट प्रोफेसर से प्रश्नों के उत्तर प्राप्त कर वापस खालिद को भेजे जाने की बात बताई गई। प्रकरण में फरार आरोपी खालिद की तलाश के लिए देहादून, हरिद्वार पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीमों द्वारा लगातार उसके सम्भावित ठिकानों पर दबिशें दी जा रही थी।

जिसके बाद 23 सितंबर को संयुक्त टीमों ने आरोपों खालिद को हिरासत में लिया। पुलिस ने खालिद मलिका को थाना रायपुर पर लाकर उससे घंटों पूछताछ करने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। आरोपी के कब्जे से पुलिस को प्रश्न पत्रों के फोटो आगे भेजने के लिए साबिया द्वारा इस्तेमाल किया गया आरोपी का मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिसको फॉरेंसिक जांच के लिए एफएसएल भेजा जा रहा है।

योजना कैसे बनाई…

आरोपी खालिद मलिक ने साल 2013 में राजस्थान की निजी यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग का डिप्लोमा लिया था। साल 2013 से 2015 तक हापुड़, उत्तर प्रदेश से स्नातक की डिग्री ली थी। आरोपी पहले दी गई प्रतियोगी परीक्षाओं में कुछ नंबरों से चयनित होने से चूक गया था। जिस पर आरोपी ने स्नातक स्तरीय परीक्षा से पहले किसी तरह मोबाइल को परीक्षा केन्द्र के अन्दर छिपाकर उसके माध्यम से किसी बाहरी व्यक्ति से सम्पर्क कर प्रश्नों के उत्तर प्राप्त कर नकल करने की योजना बनाई। आरोपी की योजना थी कि वह अलग-अलग जनपदों से परीक्षा के लिए आवेदन करेगा और जिस किसी परीक्षा केन्द्र में उसे मोबाइल ले जाने अथवा पहले से ही छिपा कर रखने का मौका मिलेगा, वह परीक्षा केन्द्र से परीक्षा में शामिल होगा।

असिस्टेंट प्रोफेसर से कैसे हुई थी मुलाकात…

योजना के मुताबिक आरोपी खालिद मलिक को एक ऐसे व्यक्ति की तलाश थी, जो उसे प्रश्नों के उत्तर बता सके। इसके लिए उसने टिहरी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त महिला से सम्पर्क किया। जिससे उसकी मुलाकात साल 2018 से 2021 तक पीडब्ल्यूडी में संविदा पर कनिष्ठ अभियंता के पद पर नियुक्त रहने के दौरान हुई थी। उस समय वो महिला नगर निगम ऋषिकेश में टैक्स इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त थी और उनके पति पीडब्ल्यूडी में ही ठेकेदारी का कार्य करते थे।

महिला असिस्टेंट प्रोफेसर को बनाया सॉल्वर…

आरोपी को जानकारी थी कि महिला प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करती रहती थी और उसे प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नों की अच्छी जानकारी थी। आरोपी ने परीक्षा से कुछ दिन पहले महिला से फोन पर वार्ता कर अपनी बहन के एग्जाम की तैयारी के लिए सहयोग करने और उसकी बहन द्वारा अपनी शंकाओं के सम्बंध में उनसे सम्पर्क करने पर उसकी सहायता का अनुरोध किया गया था, जिसकी पुष्टि साक्ष्यों में भी हुई है।

नकल के लिए आरोपी ने चार जगह से किया आवेदन…

पुलिस के अनुसार, योजना के तहत आरोपी खालिद मलिक ने स्नातक स्तरीय परीक्षा के लिए 04 आवेदन किए। जिसमें 02 आवेदन जनपद टिहरी गढ़वाल और 02 आवेदन जनपद हरिद्वार से किए गए थे। जिनमें आरोपी को 02 परीक्षा केन्द्र जनपद टिहरी और 02 परीक्षा केन्द्र जनपद हरिद्वार में आदर्श बाल सदन इण्टर कॉलेज बहादुरपुर जट हरिद्वार और धनपुरा हरिद्वार में मिले। जिसमें से आदर्श बाल सदन इण्टर कॉलेज बहादुरपुर जट आरोपी के घर के पास में ही था।