संपन्न हुआ मां पूर्णागिरि का मेला, 82 दिनों तक चले मेले में 30 लाख श्रद्धालुओं ने किए देवी के दर्शन
टनकपुर। सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि धाम का सरकारी मेला संपन्न हो गया है। शनिवार की शाम को ठूलीगाड़ में आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष एलएम कुंवर ने मेले का औपचारिक समापन किया। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत ने व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया है और आगे और भी बेहतर सुविधा देने के लिए काम होगा। पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी ने कहा कि यहां अब श्रद्धालुओं के लिए वर्षभर मेले में सुविधाओं जरूरत है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी पूर्णागिरि मेले को सालभर का करने की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मेला निपटने के बाद अब मंदिर समिति श्रद्धालुओं को जरूरी सुविधाएं देने का काम करेगी। इस बार 82 दिनों की मेलावधि में करीब 30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष पंडित भुवन चंद्र पांडेय के संचालन में हुए समापन कार्यक्रम में जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी/ मेला अधिकारी भगवत पाटनी, सीओ शिवराज सिंह राणा, रेंजर गुलजार हुसैन, पीसी जोशी, मंदिर समिति के उपाध्यक्ष पंडित नीरज पांडेय, सचिव पंडित सुरेश तिवारी, कोषाध्यक्ष पंडित नवीन तिवारी, पं. मोहन पांडेय आदि मौजूद रहे।
भीषण गर्मी के चलते मां पूर्णागिरि धाम में दर्शन के लिए देर रात पहुंच रहे श्रद्धालु
सरकारी मेले के अंतिम दिन 15 जून को भीषण गर्मी के बीच 24 घंटों में 7 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने पूर्णागिरि देवी मां के दर्शन किए। दिन में ज्यादातर वक्त सन्नाटा रहा। अलबत्ता देर शाम श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोत्तरी देखने को मिली। भीषण गर्मी के चलते श्रद्धालु रात के समय देवी दर्शन करने को पहुंच रहे हैं।
शारदा घाट में निरंतर लाइट, सफाई आदि व्यवस्था बनी रहेगी
टनकपुर मां पूर्णागिरि धाम के प्रमुख पड़ाव क्षेत्र टनकपुर नगर पालिका के अंतर्गत मेला अवधि समाप्त होने के बाद सप्ताह भर तक कई आवश्यक व्यवस्थाएं बनी रहेंगी। जबकि शारदा घाट में अब वर्षभर श्रद्धालुओं के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सफाई, लाइटिंग, गंगा आरती का क्रम जारी रहेगा। ईओ भूपेंद्र प्रकाश जोशी ने बताया कि मेला अवधि समाप्त के बाद भी शारदा घाट पर निरंतर व्यवस्था पालिका की ओर से की जाएगी। सफाई, लाइटिंग आदि के लिए विशेष कार्य जारी रहेगा।
कम कम पुलिस फोर्स होने के बाद भी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ मां पूर्णागिरि धाम में मेला
मां पूर्णागिरि धाम में सरकारी मेले का आगाज 26 मार्च को हुआ। इसके कुछ दिनों बाद लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया। जिसके चलते अन्य जनपदों से मेले के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स उपलब्ध नहीं कराया जा सका। इस वजह से मेले के दौरान फोर्स की कमी देखने को मिली। बावजूद इसके मेला शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। मेले में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए चार अस्थाई चौकी व एक थाना बनाया गया। जिनकी मॉनीटरिंग थाना टनकपुर व थाना ठूलीगाड़ से की गई। रिपोर्टिंग चौकी ककराली गेट, चौकी बूम और चौकी भैरव मंदिर, काली मन्दिर में पुलिस बल तैनात रहा। शारदा घाट और बूम घाट पर जल पुलिस और एसडीआरफ, फायर ब्रिगेड की यूनिट तैनात की गई थी। इस बार गत वर्षों की अपेक्षा दुर्घटनाओं के मामले कम हुए। 82 दिन के मेले के दौरान मात्र चार दुर्घटनाएं हुईं। जिसमें एक श्रद्धालु घायल व तीन की मौत हुई थी। एक व्यक्ति की असंतुलित होकर गंभीर रूप से चोटिल हो गया था। एक बच्ची सड़क दुर्घटना में अधिक रक्तस्राव के कारण व दो की मौत हृदय गति रुकने और ब्रेन हेमरेज के कारण हुई। मेला मजिस्ट्रेट आकाश जोशी ने बताया कि मेला समाप्ति की घोषणा कर दी गई है, लेकिन मेला क्षेत्र में एक सप्ताह के लिए विद्युत एवं पेयजल की व्यवस्था सुचारू रहेगी।