आदि कैलाश ओम पर्वत यात्रा का चौथा दल टनकपुर से हुआ रवाना, मंडलायुक्त ने दिखाई हरी झंडी, यात्रा दल में शामिल हैं 50 लोग
टनकपुर/चम्पावत। आदि कैलाश ओम पर्वत यात्रा चम्पावत जिले के टनकपुर से शुरू हो गई है। यात्रियों का दल ‘बम बम भोले’ के उद्घोष के साथ रवाना हुआ। आज शनिवार को 50 सदस्यीय इस चौथे यात्रा दल को टनकपुर पर्यटक आवास में मंडलायुक्त कुमाऊं दीपक रावत ने हरी झंडी दिखा रवाना किया। दल में सबसे ज्यादा 43 यात्री राजस्थान के हैं। इसके अलावा 4 यात्री उत्तर प्रदेश और 3 यात्री कोलकता के हैं। इनमें 30 पुरुष व 20 महिलाएं शामिल हैं। श्रद्धालु चम्पावत, पिथौरागढ़ होते हुए आदि कैलाश की यात्रा कर चौकोड़ी से पाताल भुवनेश्वर होते हुए काठगोदाम से लौटेंगे।
टनकपुर से आगे बढ़ने वाला यह दल चम्पावत के बालेश्वर मंदिर और लोहाघाट में मायावती अद्वैत आश्रम का भ्रमण करते हुए पिथौरागढ़ में रात्रि विश्राम करेगा। दल 21 मई को पार्वती सरोवर, आदि कैलाश, पार्वती मुकुट, पांडव पर्वत, गौरी कुंड के दर्शन करेगा। इस साल की आदि कैलाश यात्रा 10 मई से शुरू हो चुकी है। इस बार कुल आठ दल आदि कैलाश दर्शन के लिए जाएंगे। इनमें से छह दल काठगोदाम और दो दल टनकपुर से रवाना होंगे।
इस अवसर पर मंडलायुक्त ने कहा कि पहली बार टनकपुर से सड़क के रास्ते शुरू हो रही इस यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों के साथ स्थानीय लोगों में भी उत्साह है। इससे पूर्व यह यात्रा सड़क मार्ग से काठगोदाम से ही होती थी। कहा कि कैलाश पर्वत अपने में आलौकिक तो है ही साथ ही कैलाश पर्वत यात्रा मार्ग भी अपने में बेहद खूबसूरत है। यहां हिमालय के विहंगम व मन को चिर शांति प्रदान करने वाले मनमोहक दृश्य हैं, जो मन को एक अलग ही अनुभूति प्रदान करते हैं। इस यात्रा में मानस खंड मंदिर माला अंतर्गत सभी धार्मिक स्थल तथा पर्यटन स्थल के दर्शन होंगे। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से कहा की यात्रा के दौरान हिमालय के विहंगम दृश्यों का आनंद लें।
उन्होंने कहा की यह यात्रा कुमाऊँ मंडल की बेहद महत्वपूर्ण यात्रा है यह यात्रा पहले से और सुगम हो गई है तथा सुविधाएं भी बढ़ गई हैं। कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा यह यात्रा कराई जा रही है। उनके द्वारा यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान की गई हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि कुमाऊँ मंडल विकास निगम द्वारा जो भी मानक रखे गए हैं यात्रा के दौरान उनका पालन अवश्य करें। सभी यात्रियों का धारचूला में स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा। आयुक्त कुमाऊं ने कहा कि आने वाले समय में यहां पर्यटन की और अधिक सुविधाएं बढ़ रही हैं। राफ्टिंग व एंग्लिंग के अतिरिक्त यहां पर्यटन के बेहतरीन डेस्टिनेशन है। उन्होंने कहा जितने भी यात्री इस यात्रा में शामिल हुए हैं, वह सभी यात्री अपने में इस कुमाऊं की इस विश्व प्रसिद्ध यात्रा के ब्रांड एंबेसडर है।
जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने यात्रा में शामिल हुए सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हिमालय के दर्शन करना अपने आप में अलग व अलौकिक अनुभूति प्रदान करता है। उन्होंने इस अवसर पर श्रद्धालुओं के साथ अपने यात्रा की अनुभव साझा किया तथा यात्रियों को यात्रा के दौरान सावधानी बरतने की भी अपील की। इस दौरान प्रबंधक निदेशक कुमाऊँ मंडल विकास निगम संदीप तिवारी ने कुमाऊँ मंडल विकास निगम द्वारा यात्रा में दी जा रही सभी सुविधाओं आदि के संबंध में श्रद्धालुओं को जानकारी दी। उन्होंने कहा की यह यात्रा 7 दिन की होगी। उन्होंने कहा यह यात्रा टनकपुर से पहली बार प्रारंभ हो रही है। जो मानस खंड मंदिर माला अंतर्गत धार्मिक तीर्थ स्थलों व पर्यटन स्थलों के दर्शन कराकर काठगोदाम के मार्ग से लौटेगी।
इस अवसर पर आयुक्त कुमाऊं मंडल द्वारा परिसर में एक पौधा भी रोपा गया, साथ ही स्कूली बच्चों द्वारा छोलिया नृत्य प्रस्तुत कर यात्रियों का पारंपरिक रूप से भव्य स्वागत किया गया। यात्रियों में उच्चाधिकारी भी शामिल हैं। जिनमें राजस्थान के अपर जिलाधिकारी उम्मेद सिंह, एडीजी दीपक पराशर, रघुवीर शर्मा, रामकिशन सहित अन्य श्रद्धालु शामिल हुए। साथ ही यात्रा दल में शामिल राजस्थान के बाबा कैलाश नाथ 1998 से लगातार यात्रा कर रहे हैं।
शनिवार सुबह टनकपुर में हुए कार्यक्रम में कुमाऊं मंडल विकास निगम के प्रबंध निदेशक संदीप तिवाड़ी, डीएम नवनीत पांडे, एसडीएम आकाश जोशी, जिला सूचनाधिकारी गिरिजा शंकर जोशी आदि अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गत वर्ष 9 मार्च को चम्पावत जिले को आदि कैलाश के यात्रा रूट में शामिल करने का ऐलान किया था। जिले को यात्रा पड़ाव बनाने के साथ ही सीएम की यह घोषणा पूरी हो गई है।