मां पूर्णागिरि धाम के पुजारियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा, उठाई ये मांगें, लोनिवि अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप
टनकपुर। मां पूर्णागिरि धाम के पुजारियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर धाम के क्षतिग्रस्त मार्ग को दुरुस्त कराए जाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कोविड-19 की गाइड लाइन के अनुरूप पूर्णागिरि धाम में मेला शुरू कराए जाने की भी मांग उठाई। ज्ञापन में पुजारियों ने कहा है कि पिछले दिनों आई बारिश में धाम के मोटर मार्ग व पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए थे। आरोप लगाया है कि विभागीय लापरवाही के कारण मार्ग अभी तक दुरस्त नहीं हो पाया है। जिससे स्थानीय ग्रामवासियों का काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कहा है कि मार्ग अवरुद्ध होने के कारण प्रशासन ने मां पूर्णागिरी यात्रा को भी बन्द कर दिया है। जिससे दर्शनार्थियों को जगबुढ़ा पुल व बूम से लौटा दिया जा रहा है। कहा है कि अगर बारिश न हो तो वर्तमान में ठूलीगाड़ तक वाहन जाने में कोई दिक्कत नहीं हो रही है। धाम के नजदीक पहुंचने के बाद श्रद्धालुओं को लौटाए जाने से उन्हें काफी मानसिक पीड़ा पहुंच रही है। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि काफी दिन बीत जाने के बाद भी हनुमानचट्टी के पास आए पत्थर को लोक निर्माण विभाग की उदासीनता के कारण नहीं तोड़ा जा सका है, जो कि उनकी एक घोर लापरवाही है। यह सरकार के ढुलमुल रवैये को भी उजागर करता है। जबकि पुजारी वर्ग व स्थानीय लोग वर्ष 2019-20 कोविड से प्रभावित मेले की मार झेल रहे हैं। वर्तमान समय में यात्रा को पूर्ण रूप से बन्द कर देना लोगों की रोजी रोटी पर कुठाराघात करना है। ज्ञापन में एसडीएम से सिद्ध मोड़ के पास वैकल्पिक व्यवस्था कर कोविड नियमों के अनुरूप मां पूर्णागिरी यात्रा को शीघ्र खोलने की मांग की गई है। ज्ञापन देने वालों में किशन तिवारी, नारायण दत्त, गिरीश चंद्र, चंद्रशेखर, प्रकाश पांडे, महेश चंद्र तिवारी, गणेश सिंह महर, लालमणि, शंकर पांडे, प्रेम तिवारी, विनोद तिवारी आदि शामिल रहे।