हरेला पर्व पर चम्पावत में लिया गया हरियाली का संकल्प, ‘एक पेड़ मां के नाम’ को दिया जाएगा जनांदोलन का रूप
वृक्षारोपण सिर्फ पौधा लगाने तक सीमित नहीं, संरक्षण भी उतना ही जरूरी: श्याम नारायण पांडेय
वृक्ष लगाना संस्कार, उसे जीवित रखना संस्कृति का कर्तव्य: जिलाधिकारी मनीष कुमार
चम्पावत। उत्तराखंड की सांस्कृतिक और पर्यावरणीय चेतना का प्रतीक पर्व हरेला जनपद चम्पावत में बुधवार को बड़े ही हर्षोल्लास, सांस्कृतिक गौरव और हरियाली के संकल्प के साथ मनाया गया। इस अवसर पर पूरे जनपद में व्यापक वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए। मुख्य कार्यक्रम पुनेठी वन पंचायत चम्पावत में आयोजित हुआ, जहां पारंपरिक संखध्वनि के साथ वृक्षारोपण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

कार्यक्रम में उत्तराखंड राज्य वन एवं पर्यावरण सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष श्याम नारायण पांडेय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ मिलकर पौधारोपण किया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा द्वारा जिलाधिकारी को तथा स्वीप समन्वयक जीवन कलौनी द्वारा मुख्य अतिथि श्याम नारायण पांडेय को हरेला भेंट किया गया, जो पारंपरिक सम्मान और प्रकृति से जुड़ाव का प्रतीक है।

दर्जा मंत्री पांडेय ने इस अवसर पर समस्त जनपदवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ‘हरेला केवल एक पर्व नहीं, बल्कि हमारी धरती से जुड़ाव और हरियाली के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है।’ उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण सिर्फ पौधा लगाने तक सीमित नहीं है, बल्कि उसे संरक्षित करना और बड़ा करना भी हमारी ज़िम्मेदारी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए ‘एक पेड़ मां के नाम’ संकल्प को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इस पर्व को जन आंदोलन के रूप में विकसित करने के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर पालिकाध्यक्ष प्रेमा पांडेय, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, एसपी अजय गणपति समेत तमाम गणमान्य नागरिक, एसएसबी के जवान आदि मौजूद रहे।

जिलाधिकारी ने दिलाई हरियाली और मतदान की शपथ
जिलाधिकारी मनीष कुमार ने हरेला की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व हमारी संस्कृति और प्रकृति के प्रति आस्था का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि ‘वृक्ष लगाना एक संस्कार है और उसे जीवित रखना हमारी संस्कृति का कर्तव्य।’ उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा विकसित ऐप के माध्यम से पौधों की निगरानी सुनिश्चित की जा रही है। इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को मतदान व वृक्षारोपण की शपथ भी दिलाई गई। प्रभागीय वन अधिकारी नवीन चंद्र पंत ने जानकारी दी कि हरेला पर्व पर जनपद मे अधिक से अधिक पौधे रोपे जाएंगे। उन्होंने बताया कि अगले एक माह के भीतर जनपद में 9 लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है, जो चम्पावत को हरित जनपद बनाने की दिशा में अहम कदम होगा।
