चम्पावत # जनपद की दोनों विधानसभा सीटों में हार-जीत में महिलाओं की भूमिका रही अहम
चम्पावत। जनपद की दोनों विधानसभा सीटों में महिला मतदाताओं ने विधायक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। दोनों ही विधानसभा सीटों पर पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने अधिक मतदान किया था। चम्पावत विधानसभा क्षेत्र में पुरुषों की तुलना में 1834 अधिक महिलाओं ने वोट डाले। चम्पावत में विजयी प्रत्याशी कैलाश चंद्र गहतोड़ी और कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल के बीच हार जीत का अंतर 5304 वोट का रहा। इसी प्रकार लोहाघाट पुरुषों से 5774 अधिक महिलाओं ने वोट डाले। यहां खुशाल सिंह अधिकारी और पूरन सिंह फर्त्याल के बीच हार जीत का अंतर 6038 वोट का रहा।
चार स्थानों में महिला और पुरुषों ने बराबर वोट डाले
चम्पावत। जिले की दोनों विधानसभा सीटों में चार मतदान केंद्रों में महिला और पुरुषों ने बराबर संख्या में वोट डाले। चम्पावत में जूनियर हाईस्कूल दुधौरी में 191-191, पंचायत भवन मनिहागोठ में 243-243 और लोहाघाट सीट में प्राथमिक पाठशाला जगाधार में 72-72 व प्राथमिक पाठशाला मझेड़ा में 63-63 महिला व पुरुषों ने मतदान किया।
121 बूथों में खाता नहीं खोल सके लडवाल
चम्पावत। विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी दीपक बेलवाल 151 में से 49 पोलिंग बूथों में खाता तक नहीं खोल पाए। सपा के मोहम्मद हारून 48, निर्दलीय जगदीश भट्ट 26, बसपा प्रत्याशी राकेश वर्मा 13 और आम आदमी प्रत्याशी मदन सिंह महर को छह पोलिंग बूथों में एक भी वोट हासिल नहीं कर हुआ। आठ पोलिंग बूथों में पर मतदाताओं को नोटा से भी किनारा किया। लोहाघाट के 182 पोलिंग बूथों में से 121 बूथों में निर्दलीय प्रत्याशी धीरज लडवाल को एक भी मत नहीं मिला। निर्दलीय प्रकाश सिंह 96, सपा प्रत्याशी मोहम्मद नासिर 38 और आप प्रत्याशी राजेंद्र सिंह बिष्ट 28 ओर निर्दलीय प्रत्याशी हिमेश कलखुड़िया को 12 पोलिंग बूथों में वोट हासिल नहीं कर सके। विधानसभा सीट में आठ पोलिंग बूथों में नोटा को भी लोगों ने नकारा।
