ढकना बडोला की महिला को गुलदार नहीं बाघ ने उतारा था मौत के घाट!, कैमरा में ट्रैप हुआ बाघ


चम्पावत। गत सोमवार को जिला मुख्यालय के निकटवर्ती ग्राम ढकना बडोला की महिला को जंगल में गुलदार नहीं बाघ ने मौत के घाट उतारा था। वन विभाग की ओर से लगाए गए कैमरों में एक बाघ ट्रैप हुआ है। जिससे इस बात की संभावना जताई जा रही है। मृतक महिला के साथ चारा पत्ती लेने गई अन्य महिलाओं ने भी जानवर का जो हुलिया बताया था, उस बात से हमलावर के बाघ होने का भी अनुमान लगाया जा रहा था। घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है।
मालूम हो कि सोमवार को ढकना बडोला की 35 वर्षीय मीना देवी पत्नी रमेश सिंह नरियाल को एकहथिया नौला के समीप के जंगल में बाघ हमला कर उठा ले गया था। कुछ देर बार उसका शव मिला था। वन क्षेत्राधिकारी हेम चंद्र गहतोड़ी ने बताया है कि एक कैमरा ट्रैप में बाघ की हलचल देखी गई है। वहां पर पिंजरा लगा दिया गया है। टनकपुर नंधौर वन्यजीव अभयारण्य के वन्य जीव के विशेषज्ञ सौरभ कलखुड़िया ने बताया कि चंपावत मुख्यालय में जिम कॉर्बेट ने नरभक्षी बाघिन का शिकार किया था अस्कोट में भी हाल ही में बाघ देखने की जानकारी मिली है ढकना बडोला के जंगलों में बाघ दिखना कोई आश्चर्यजनक घटना नहीं है उन्होंने कहा कि यह पर्यावरण की दृष्टि से एक अच्छा संकेत भी है पूर्व में जो बाघों की संख्या घट गई थी वह अब बढ़ गई है बाघ मानसून में प्रणय करते हैं तथा आजकल नंधौर में उनके सावक अक्सर बाघिन के साथ दिखते हैं।




