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पूर्णागिरि धाम की दरक रही पहाड़ी के ट्रीटमेंट का कार्य हुआ शुरू, एसडीएम ने किया निरीक्षण, तस्वीरें देखें

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टनकपुर। लंबे समय से दरक रही मां पूर्णागिरि धाम के मुख्य मंदिर की पहाड़ी के ट्रीटमेंट का काम शुरू हो गया है। विश्व बैंक की ठेकेदार कंपनी स्टोनफील्ड कंस्ट्रक्शन ने कार्य स्थल पर निर्माण सामग्री पहुंचानी शुरू कर दी है। ट्रीटमेंट का काम लंबे समय से प्रस्तावित था। पहाड़ी की सुरक्षा के इंतजाम न किए जाने से मुख्य मंदिर को लगातार खतरा उत्पन्न हो रहा था। काम शुरू होने पर धाम के पुजारियों ने खुशी जताई है। इधर सोमवार को उप जिलाधिकारी हिमांशु कफल्टिया व मां पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष किशन तिवारी और निर्माण संस्था से जुड़े लोगों ने स्थल पर पहुंचकर जायजा लिया।


गौरतलब है कि मां पूर्णागिरि धाम के मुख्य मंदिर की पहाड़ी में पिछले दो दशक से लगातार दरार आ रही थी। इससे मुख्य मंदिर के अस्तित्व को भी खतरा पैदा हो गया था। राज्य गठन के बाद से ही पहाड़ी के ट्रीटमेंट की आवाज उठ रही थी। पहाड़ी की सुरक्षा संबंधी कवायद वर्ष 2008 से शुरू हुई, लेकिन इस बीच कार्यदायी संस्थाओं के मुकरने और एजेंसियों की अदलाबदली में ही लंबा समय बीत गया। 13 साल बाद अब विश्व बैंक की हल्द्वानी डिविजन को काम हस्तांतरित होने के बाद पहाड़ी की सुरक्षा का काम शुरू होने जा रहा है। विश्व बैंक की हल्द्वानी डिवीजन ने बीते 30 अगस्त को टेंडर आमंत्रित किए थे। 10 सितंबर को देहरादून की स्टोनफील्ड कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम ठेका आवंटित हुआ था। अब इस कार्य के लिए शासन से वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद कंपनी ने कार्यस्थल पर निर्माण सामग्री पहुंचानी शुरू कर दी है। कार्यदायी विभाग विश्व बैंक के ईई पीसी जोशी ने बताया कि पहाड़ी की सुरक्षा का कार्य तीन करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है, जो मार्च 2022 में पूरा किया जाना है। उन्होंने धाम के पुजारियों और स्थानीय लोगों निर्माण कार्य में सहयोग की अपील की है।

नवीन सिंह देउपा

नवीन सिंह देउपा सम्पादक चम्पावत खबर प्रधान कार्यालय :- देउपा स्टेट, चम्पावत, उत्तराखंड