टनकपुर : नवयोग केंद्र में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ तीन दिवसीय प्राकृतिक चिकित्सा महाकुंभ
टनकपुर/चम्पावत। नवयोग सूर्योदय सेवा समिति, केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान (आयुष मंत्रालय, भारत सरकार) तथा लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आठवां प्राकृतिक चिकित्सा दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर हजारों प्रतिभागियों ने प्राकृतिक चिकित्सा के सिद्धांतों के अनुरूप पूर्ण शरीर पर प्राकृतिक मिट्टी स्नान कर दिवस की सार्थकता को आत्मसात किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. मनमोहन सिंह चौहान, कुलपति, गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने कहा कि विश्वविद्यालय में जैविक एवं प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक संचालित है और प्राकृतिक चिकित्सा की अवधारणा में प्राकृतिक कृषि का विशेष महत्त्व है। विशिष्ट अतिथि अनिल कुमार जायसवाल, सलाहकार, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा कि आकाश, मिट्टी, पानी, धूप एवं हवा — यही प्रत्येक रोग का प्राकृतिक उपचार हैं, और यही स्वस्थ जीवन का मूलमंत्र भी हैं।

डॉ. अल्का गुप्ता, बैंकॉक (थाईलैंड) ने वर्तमान स्वास्थ्य परिदृश्य पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समावेशी, सुलभ एवं समग्र स्वास्थ्य अवसंरचना की आवश्यकता आज अत्यंत महत्वपूर्ण है। वहीं कार्यक्रम संयोजक योग गुरु नवदीप जोशी ने बताया कि तीन आयोजित 3 दिवसीय प्राकृतिक चिकित्सा महाकुंभ में लगभग 3200 आगंतुक, 900 निःशुल्क परामर्श लाभार्थी, 10 राज्यों के 130 प्रतिभागी, 26 प्रोफ़ेसर, 20 शोधार्थी, तथा 900 ऑनलाइन एवं ऑफलाइन सहभागियों ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में भाग लिया। कार्यक्रम में 100 स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं ने सेवाएं प्रदान कीं। कार्यक्रम का संचालन अर्चना आर्य द्वारा किया गया। इस महाउत्सव में प्रकृति-प्रेमी नागरिकों, विद्वानों, चिकित्सकों, शोधकर्ताओं एवं विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता कर प्राकृतिक जीवन शैली एवं रोग-निवारण के स्वदेशी विज्ञान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।

इस अवसर पर डॉ. विक्रम सिंह (निदेशक, जे.एन.यू.), डॉ. धीरज कुमार जोशी (योग डिप्लोमेट, इराक), लीलाधर पाण्डेय (अध्यक्ष, सूर्योदय सेवा समिति), डॉ. देवीदत्त जोशी, डॉ. मंजरी जोशी, लीलाधर पाण्डेय, सुरेश शर्मा, योगेन्द्र ज्याल, सुनील , जसवंत, भावना, खुशी, रेखा , दिशा, परशुराम, कुमुद , दिनेश कार्यक्रम में भूपेन्द्र (सह प्रांत कार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ), डॉ. मनुक्षवा आर्य, कैलाश थपलियाल, नवनीत जोशी, विपिन वर्मा एवं रोहिताश अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

