अल्मोड़ा विश्वविद्यालय छात्र महासंघ चुनाव, ABVP के तिलक पाठक बने अध्यक्ष
अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के छात्र महासंघ का चुनाव गुरुवार को संपन्न हो गया। इसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, छात्रा उपाध्यक्ष, सचिव, सयुंक्त सचिव और कोषाध्यक्ष पद के लिए चुनाव आयोजित कराए गए। चुनाव में 33 कॉलेजों के छात्र नेताओं ने मतदान किया। अध्यक्ष पद को छोड़ कर बाकी सभी पदों पर एक एक प्रत्याशी होने से वह निर्विरोध चुने गए। जबकि अधिक पद पर दो प्रत्याशी आमने सामने रहे। जिसमें एबीवीपी के तिलक राज पाठक ने अपने प्रतिद्वंदी एनएसयूआई की नेहा रावत को 11 मतों से हराकर जीत हासिल की। परिणाम घोषित होने के बाद सभी निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई गई।

चुनाव अधिकारी प्रोफेसर शेखर जोशी ने महासंघ के चुनाव परिणामों की घोषणा करते हुए कहा कि इस चुनाव में अध्यक्ष पद को छोड़कर सभी पदों में प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं। उन्होंने बताया कि उपाध्यक्ष पद पर निशा शाह, उपाध्यक्ष छात्रा पद पर हिना आर्या, सचिव पद पर निखिल कपकोटी, संयुक्त पद पर सचिव प्रियंका, कोषाध्यक्ष पद पर पूजा कपकोटी निर्विरोध निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने कहा कि महासंघ के अध्यक्ष पद के लिए दो प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे, जिनके बीच चुनाव हुआ। अंत में अध्यक्ष पद पर तिलक राज पाठक निर्वाचित हुए हैं। उन्हें 22 मत प्राप्त हुए। जबकि नेहा रावत को मात्र 11 मत मिले। चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद निर्वाचित हुए पदाधिकारियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
महासंघ के अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के बाद निर्वाचित अध्यक्ष तिलक राज पाठक ने अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी महाविद्यालयों में जाकर वह छात्र छात्राओं की समस्याओं को जानेंगे और उनका निवारण करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी समस्या को देखेंगे की किन असुविधाओं के कारण छात्रों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जबकि क्या उन समस्याओं को निवारण हो पाता है या नहीं? उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को इस एक वर्ष में अच्छा बनाने का कार्य करेंगे। छात्र कहते हैं कि कम शिक्षक होने की वजह से विभिन्न विषयों का सिलेबस पूरा नहीं हो पाता है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों में छात्रों के प्रवेश, परीक्षाओं को लेकर आने वाली समस्याओं को दूर किया जाएगा। छात्रों की परीक्षाओं के परिणाम को लेकर शिकायत रहती है। उसके लिए भी कार्य किया जाएगा, परिक्षा परिणाम सही घोषित कराए जाने पर जोर दिया जाएगा।