खटीमा में धरा गया अंतरराष्ट्रीय वन्य जीव तस्कर व शिकारी तोताराम, कभी कुख्यात शिकारी संसार चंद गिरोह का सदस्य था
देहरादून। विगत दिनों स्पेशल टास्क फोर्स (STF) उत्तराखंड को सूचना प्राप्त हुई कि अन्तराष्ट्रीय वन तस्कर / शिकारियों का गिरोह राज्य के जिम कार्बेट नेशनल पार्क व राजाजी पार्क में वन्य जीव जन्तुओं के शिकार के लिए सक्रिय हो गए हैं। उसी के तहत एक माह पूर्व वन्य जीव से सम्बन्धित अपराधियों की तलाश के लिए निरीक्षक सन्दीप नेगी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। इस पर टीम ने विगत 12 वर्षो से रेन्ज केस स. 31/2009-10 दिनांक 17 नवम्बर 2009 वन प्रभाग तराई पूर्वी, हल्द्वानी एवं मु.अ.स. 1223/2012 धारा 51 वन्य जीव जन्तु अधिनियम में वांछित/फरार बीरबल उर्फ गोपी उर्फ तोता राम निवासी गन्दा नाला पानीपत हरियाणा की गिरफ्तारी के लिए पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश व नेपाल के जंगलों में सूचनाओं संकलन किया गया।
मंगलवार 25 मई को एसटीएफ को सूचना प्राप्त हुई कि तोताराम खटीमा के जंगलों में छिपा हुआ है। इस पर तत्काल कार्यवाही करते हुये STF एवं वन विभाग की संयुक्त टीम का गठन कर तलाश में लगाया गया। टीम द्वारा खटीमा वन प्रभाग क्षेत्र नखाताल ब्लाक कंपर्ट संख्या 1 से बीरबल उर्फ तोताराम को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में बताया गया कि विगत कुछ वर्षो से वह पंजाब, हरियाणा एवं नेपाल के जंगलों में छिपा हुआ था। कोविड-19 महामारी के दौरान वह अपने गैंग को फिर से सक्रिय कर जंगलों में वन्य जीव जन्तुओं का शिकार कर अन्तराष्ट्रीय बाजार में बेचना चाहता था।
बीरबल उर्फ गोपी उर्फ तोता पूर्व में अन्तराष्ट्रीय तस्कर संसार चन्द के गिरोह में था। संसार चन्द की वर्ष 2012 में मृत्यु के पश्चात् भीमा के साथ मिलकर अपना गिरोह बनाकर शिकार करने लगे तथा वन्य जीव का शिकार कर उनके अंग एवं खाल को अन्तराष्ट्रीय बाजार में बेचा करते है। वर्ष 2012 मई माह में कॉर्बेट टाईगर रिजर्व में बाघों का शिकार हुआ था। जिस सम्बन्ध में अलग-अलग टीमों द्वारा जाँच एवं दबिश दी गई जिसमें 08 बावरिया हरियाणा राज्य में गिरफ्तार हुये थे। जिन्होने इस घटना को अंजाम दिया था। भीमा उस अभियोग में वांछित था, जो कि माह फरवरी 2012 में गुडगॉव से गिरफ्तार हुआ था। पुछताछ में बताया कि उसने वर्ष 2011 व 2012 में बीरबल उर्फ गोपी उर्फ तोता राम निवासी गन्दा नाला पानीपत हरियाणा के साथ मिलकर लैन्सडाउन जंगल में 02 बाघों का शिकार किया था।
वन्य जीव जन्तुओ के उत्तराखण्ड राज्य में बढते शिकार के सम्बन्ध में उच्च न्यायालय, नैनीताल में योजित रिट याचिका (पीआईएल) 06/2012 हिमालय युवा ग्रामीण विकास संस्थान बनाम उत्तरखण्ड राज्य में उच्च न्यायालय की खण्डपीठ द्वारा वन्य जीवों के अवैध शिकार के दृष्टिगत वन्य जीवों का अवैध शिकार करने वाले शिकारियों को पकड़ने के लिए स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम, एक राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में गठित किये जाने के निर्देष पारित किये गये थे। इस क्रम में स्पेशल टास्क फोर्स STF में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक STF के नेतृत्व में पुलिस उपाधीक्षक, निरीक्षक, उपनिरीक्षक-01, मुख्य आरक्षी -01, आरक्षी 02 की टीम गठित की गई थी जिनके द्वारा वर्तमान तक वन्य जीव जन्तु अपराधो से सम्बन्धित कुख्यात 08 वाछिंत अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
STF द्वारा गिरफ्तार किये गये अभियुक्त बीरबल उर्फ तोता राम के अभियोगो का विवरणः-
रेन्ज केस संख्या 57/31/91/92 दुधवा नैशनल पार्क, उत्तर प्रदेश। केस संख्या 25/2006-2007 उत्तर प्रदेश।
रेन्ज केस संख्या 14 अक्टूबर 2011 शारदा रेन्ज उत्तराखण्ड।
मु.अ.स. 1223/12 धारा 51 वन्य जीव जन्तु संरक्षण अधिनियम, उधमसिंहनगर। 21 मई 2013 थाना बनबसा
टीम में शामिल अधिकारी/कर्मचारिगणः-
निरीक्षक सन्दीप नेगी
उपनिरीक्षक याजवेन्द्र बाजवा
उपनिरीक्षक बृज भूषण गुरूरानी
हे.का. वेद प्रकाश भट्ट
का. बृजेन्द्र चैहान
का. महेन्द्र नेगी
का. लोकेन्द्र कुमार
महेन्द्र गिरी
वन विभाग टीम
वन दरोगा सन्तोष सिंह भंडारी
वन दरोगा भैरव सिंह बिष्ट