यूकेपीएससी पेपर लीक मामला : पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष धारीवाल की तलाश में जुटी एसआईटी, संभावित ठिकानों पर मारे छापे

हरिद्वार। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की सहायक अभियंता (एई) और अवर अभियंता (जेई) की लिखित भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक के आरोपी अनुभाग अधिकारी और भाजपा नेता सहित तीन आरोपियों को एसआईटी ने रविवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। वहीं, आरोपी भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष संजय धारीवाल की तलाश में एसआईटी उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
शुक्रवार को एई-जेई भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का खुलासा हुआ था। जेल में बंद आरोपी निलंबित अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी, उसकी पत्नी रितु, शिक्षक राजपाल, उसके भतीजे संजीव दूबे, मनीष कुमार के अलावा दूसरे अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार, भाजपा नेता संजय धारीवाल एवं नितिन चौहान, सुनील सैनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। शनिवार को आरोपी अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार, एजेंट भाजपा नेता नितिन चौहान और सुनील सैनी को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया था। खुलासा किया था कि संजीव कुमार ने ही 28 लाख रुपये लेकर संजीव चतुर्वेदी को प्रश्नपत्र दिया था। इसके बाद चतुर्वेदी ने ही शिक्षक राजपाल की सहायता से प्रश्नपत्र को बाजार में उतारा था। भाजपा नेता संजय धारीवाल अभी हत्थे नहीं चढ़ पाया है। एसआईटी उसकी तलाश में संभावित ठिकानों पर छापा मार रही है, मगर वह हाथ नहीं लग पाया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह का कहना है कि विवेचना जारी है। पेपर लीक करने वाले हर आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।


