सीएम धामी की घोषणा के तहत चम्पावत और लोहाघाट के विकास के लिए बनेगा मास्टर प्लान

चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के तहत चम्पावत और लोहाघाट नगर के विकास के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। वास्तुकला विद्यालय नई दिल्ली द्वारा इन दोनों नगरों का मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। मास्टर प्लान यानी कि महायोजना को लेकर शनिवार को डीएम नवनीत पांडे ने चम्पावत नगर की महायोजना की तैयारी के संबंध में वास्तुकला विद्यालय नई दिल्ली के विशेषज्ञों के साथ बैठक की।


बैठक में वास्तुकला विद्यालय से आए प्रोफेसर अशोक कुमार द्वारा प्रस्तुतीकरण के माध्यम से वर्तमान तक दोनों नगरों हेतु तैयार मास्टर प्लान के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने अवगत कराया कि चम्पावत नगर का मास्टर प्लान वर्ष 2041 तक नगर की लगभग 50 हजार जनसंख्या के अनुसार तैयार किया जा रहा है। जिसमें विभिन्न मूलभूत सुविधाओं जिसमें स्वास्थ्य, पेयजल, शिक्षा, ड्रेनेज, ट्रांसपोर्टेशन, यातायात, पार्किंग व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, पर्यटन सुविधा, रोजगार, नगर सौन्दर्यकरण, तकनीकी प्रशिक्षण, कूड़ा निस्तारण, बायोमेडिकल वेस्टेज का प्रबंधन सहित विभिन्न आवश्यक जन व मूलबूत सुविधाओं आदि विकास कार्यों को शामिल किया गया है व योजना में नगर एवं उससे लगे ग्राम सभाओं को लिया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि यह मास्टर प्लान दीर्घकालीन सुविधाओं को बनाने की दिशा में तैयार किया जा रहा है। निकट भविष्य में चम्पावत नगर में राष्ट्रीय राजमार्ग अंतर्गत बाईपास का निर्माण होना है। इस हेतु बाईपास से लगे गांवों को भी इसमें शामिल किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने लोनिवि के अधिकारियों को निर्देश दिए कि एनएच बाईपास से लगे गांवों को नगर मुख्यालय से जोड़ने तथा रिंग रोड का निर्माण कार्य के भी प्रस्ताव 7 दिन में तैयार कर इस महायोजना में शामिल किया जाए।
जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी व उप जिलाधिकारी चम्पावत को निर्देश दिए कि जिन नए क्षेत्रों को महायोजना में शामिल किया गया है। उनके भूमि संबंधित सभी दस्तावेज दिल्ली से आई टीम को शीघ्र उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी ने कहा कि नगर का बेहतर से बेहतर मास्टर प्लान बने इस हेतु जिस भी योजना, सुविधाओं व कार्यों को अभी भी शामिल किया जाना है, इस संबंध में सभी विभाग कार्य योजना प्रस्ताव तथा सुझाव को भी शीघ्र उपलब्ध करायें। डीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री की जनपद चम्पावत को एक आदर्श जिला बनाने की परिकल्पना के अंतर्गत यह सभी कार्य हो रहे हैं। सभी विभाग इस योजना को एक महत्वपूर्ण योजना के रूप में लेते हुए एक बेहतर मास्टर प्लान तैयार करने हेतु प्राथमिकता से कार्य कर इसमें विद्यालय का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि चम्पावत को गोरल (गोलज्यू) देवता की नगरी के रूप में जाना जाता है। इस हेतु गोरल चौड़ व गोल्ज्यू मंदिर व गौरल चौड़ क्षेत्र का मास्टर प्लान जो नगर पालिका चम्पावत द्वारा तैयार किया गया है, उसे भी इन महायोजना के प्रस्ताव में सम्मिलित किया जाय और उसके अनुरूप कार्य कराया जाए।
बैठक में दिल्ली से आए विशेषज्ञों द्वारा अवगत कराया कि दोनों नगरों में पर्यटन, शिक्षा एवं स्वास्थ्य, मनोरंजन सहित अन्य अवस्थापना सुविधाओं को बनाए जाने हेतु भी प्रस्ताव शामिल किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि भविष्य के सभी परियोजना विकास निर्णयों के लिए रोड मैप के रूप में कार्य करने के साथ ही तत्काल और दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु व चत्पावत नगर के मास्टर प्लान @2041 को हम और कितना बेहतर बना सके कि आने वाले समय में यहां हर एक सुविधा मिले साथ ही जनपद के नगर आदर्श नगर बने इस हेतु सभी विभाग व एजेंसी मिलकर कार्य करें व अपने अभिनव सुझाव दें।
बैठक में वास्तुकला विद्यालय दिल्ली से आए प्रो. अशोक कुमार, प्रो. आर विस्वास तथा प्रो. संजय गुप्ता, सीडीओ संजय कुमार सिंह, एडीएम हेमंत कुमार वर्मा, सीएमओ डॉ. केके अग्रवाल, सीईओ डॉ. मेहरबान सिंह, एसडीएम रिंकू बिष्ट, सौरभ असवाल, वर्चुअल के माध्यम टाउन प्लानर एस श्रीवास्तव, ईओ अशोक वर्मा, प्रियंका रैकवाल सहित विभिन्न विभागों से आए अधिकारी उपस्थित रहे।
