उत्तराखण्डराजनीति

यूपी पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को लखीमपुर जाने से रोका, कांग्रेसियों का जोरदार प्रदर्शन

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लखीमपुर में मारे गए किसानों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को बहेड़ी में मुड़िया टोल प्लाजा पर यूपी पुलिस ने रोक लिया। इसके विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया और उत्तर प्रदेश सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए। भारी विरोध प्रदर्शन के बाद हरीश रावत वापस लौट गए। किसानों की हत्या के विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आज रुद्रपुर के रास्ते किच्छा होते होते हुए बहेड़ी के मुड़िया टोल प्लाजा पहुंचे थे। यहां पहले से ही मौजूद बड़ी संख्या में पुलिस बल ने रोक लिया। पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। हालांकि बाद में हरीश रावत देहरादून को वापस लौट गए। उनके साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद कुंजवाल भी थे। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि देश का अन्नदाता लगभग एक साल से दिल्ली के बॉर्डर पर तीन कृषि काले कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहा है।700 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं, लेकिन मोदी सरकार उनकी मांगों के समाधान को लेकर कोई कदम नहीं उठा रही। भाजपा के मंत्री गुंडागर्दी के बल पर किसानों की आवाज दबाने का प्रयास कर रहे हैं। सरकार पूर्ण रूप से हिटलरशाही रवैया अपना रही है। केंद्र सरकार को तत्काल प्रभाव से कृषि के तीनों कानून वापस लेते हुए किसानों से अपनी गलती की माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किए जाने और किसानों पर गाड़ी चढ़ाने वाले उनके बेटे व अन्य को गिरफ्तार किए जाने की मांग की।