उत्तराखंड : सहस्त्र ताल ट्रैक पर 4 ट्रैकर्स की ठंड के कारण मौत की सूचना, 18 अभी भी फंंसे
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी-टिहरी सीमा पर करीब साढ़े 14 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित सहस्त्र ताल ट्रेक पर गए करीब चार ट्रैकर्स की ठंड के कारण मौत की सूचना आ रही है। इस संबंध में जिले की ट्रैकिंग एजेंसियों के माध्यम से जिला आपदा प्रबंधन को सूचना दी गई है। विभाग की ओर से रेस्क्यू के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं अभी 13 ट्रैकर्स की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
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गढ़वाल माउंटनीयरिंग एवं ट्रैकिंग एजेंसी के पदाधिकारियों से मिली सूचना के मुताबिक, 29 मई को एक 22 सदस्यीय दल जिसमें कनार्टक के 18 सदस्य, महाराष्ट्र का एक सदस्य और तीन स्थानीय गाइड शामिल थे, मल्ला-सिल्ला से कुश कुल्याण बुग्याल होते हुए सहस्त्र ताल की ट्रैकिंग के लिए निकला था। दो जून को यह दल सहस्त्र ताल के कोखली टॉप बेस कैंप में पहुंच गया था। इस ट्रैकिंग दल को आगामी 7 जून तक वापस लौटना था, लेकिन वहां पर अचानक मौसम खराब होने के कारण घने कोहरे और बर्फबारी के बीच ट्रैकर्स फंस गए। उनके पास समुचित व्यवस्था न होने के कारण पूरी रात ठंड में बितानी पड़ी।
4 जून मंगलवार को सहस्त्र ताल ट्रैक पर गए दल को ले जाने वाली ट्रैकिंग एजेंसी के मालिक ने अपने एसोसिएशन के पदाधिकारियों को सूचना दी कि वहां पर ठंड के कारण करीब 4 ट्रैकर्स की मौत हो गई है। वहीं अन्य करीब 18 ट्रैकर्स अभी वहां पर फंसे हुए हैं। जिसमें से कुछ ट्रैकर्स की स्थिति गंभीर है। इसकी सूचना ट्रैकिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जिला आपदा प्रबंधन विभाग को दी। साथ ही फंसे ट्रैकर्स को सुरक्षित निकालने की मांग की है। एसोसिएशन की मांग पर प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए व्यवस्थाएं जुटानी शुरू कर दी है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया है कि ट्रैकिंग एसोसिएशन के माध्यम से सहस्त्र ताल ट्रैक पर चार ट्रैकर्स की मौत की सूचना समेत अन्य ट्रैकर्स के फंसने की सूचना मिली है। उनकी मदद के लिए व्यवस्थाएं जुटाई जा रही है। हालांकि, अभी सूचना पूरी नहीं मिल पाई है कि ट्रैकर्स कहां के निवासी हैं। इस संबध में जानकारी जुटाई जा रही है।