उत्तराखंड : चीन सीमा को जोड़ने वाला बैली ब्रिज टूटा, सेना का संपर्क कटा, ग्रामीणों की आवाजाही बंद
चीन सीमा को जोड़ने वाले जोशीमठ-मलारी-नीती हाईवे पर आईटीबीपी कैंप बुरांस के पास 180 फुट लंबा बैली ब्रिज रविवार को अचानक टूट गया। ब्रिज तब टूटा जब मलबे से भरा एक ट्रक वहां से गुजर रहा था। चालक ने ट्रक से कूदकर अपनी जान बचाई। बैली ब्रिज टूटने से चीन सीमा क्षेत्र में सेना और सीमावर्ती छह गांवों के ग्रामीणों की आवाजाही बंद हो गई है।
इन दिनों मलारी से नीती गांव के लिए सीमा सड़क संगठन की ओर से जोशीमठ-मलारी-हाईवे पर डबल लेन का काम किया जा रहा है। रविवार शाम करीब छह बजे मलबे से भरा एक ट्रक मलारी से ढाई किलोमीटर आगे आईटीबीपी कैंप के पास धौली गंगा पर निर्मित बैली ब्रिज से गुजर रहा था कि अचानक ब्रिज टूटा और ट्रक नदी में जा गिरा। ट्रक के नीचे गिरते ही चालक ने नदी में छलांग लगा दी जिससे वह सुरक्षित बच गया। यहां बैली ब्रिज टूटने से चीन सीमा क्षेत्र में आईटीबीपी और सेना की आवाजाही बाधित हो गई है। साथ ही सीमा क्षेत्र में कैलाशपुर, मेहरगांव, फरकिया, बांपा, गमशाली और नीती गांव के ग्रामीणों की आवाजाही भी ठप पड़ गई है। सीमा सड़क संगठन के कमांडर अंकुर महाजन ने बताया कि फिर से बैली ब्रिज बनाने का काम सोमवार से शुरू कर दिया जाएगा। धौली गंगा पर सेना के वाहनों की आवाजाही के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जा रही है।