उत्तराखंड : कांग्रेस ने तीन लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों का किया ऐलान
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस पार्टी की दूसरी लिस्ट जारी हो गई है। दूसरी लिस्ट में 43 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में से तीन लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों के फाइनल नाम घोषित कर दिए हैं। इनमें गढ़वाल सीट से गणेश गोदियाल, टिहरी से जोत सिंह गुनसोला और अल्मोड़ा से प्रदीप टम्टा का नाम फाइनल किया गया है। मालूम हो कि गत 2 मार्च को बीजेपी ने उत्तराखंड के तीन लोकसभा सीट पर प्रत्याशी घोषित किए थे।
कांग्रेस ने दो सीटों पर चेहरे बदले : गौरतलब है कि कांग्रेस ने इस बार गढ़वाल लोकसभा सीट से गणेश गोदियाल को उतारा है। पिछली बार इस सीट पर कांग्रेस के टिकट से मनीष खंडडूी ने चुनाव लड़े थे, लेकिन तीरथ सिंह रावत से हार का सामना करना पड़ा। वहीं, टिहरी लोकसभा सीट से जोत सिंह गुनसोला को टिकट दिया है। इस सीट पर कांग्रेस ने चेहरे को बदला है। पिछली बार प्रीतम सिंह इस सीट से माला राज्य लक्ष्मी को टक्कर देने के लिए उतरे, लेकिन करारी हार प्रीतम सिंह को झेलनी पड़ी। वहीं, अल्मोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा सीट से प्रदीप टम्टा के नाम पर कांग्रेस ने फिर से मुहर लगाई है। पिछली बार भी प्रदीप टम्टा को कांग्रेस ने मैदान में उतारा था, लेकिन अजय टम्टा से हार मिली। इस सीट पर पिछली बार की तरह इस बार दोनों ही पुराने प्रत्याशी चुनावी मैदान में आमने सामने होंगे। ऐसे में देखने वाली होगी कि जनता जीत का ताज किसके सिर पर पहनाती है। उधर, हरिद्वार लोकसभा सीट पर न बीजेपी न ही कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा की है। बीजेपी ने तो गढ़वाल लोकसभा सीट पर भी प्रत्याशी नहीं उतारा है। जबकि, कांग्रेस ने नैनीताल उधमसिंह नगर सीट पर अभी प्रत्याशी नहीं उतारा है। माना जा रहा है कि इन सीटों पर प्रत्याशियों का चयन करना थोड़ा मुश्किल हो रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगली सूची में इन सीटों पर भी प्रत्याशियों के नाम घोषित किया जा सकता है।
पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट
कांग्रेस ने पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से गणेश गोदियाल को मैदान में उतारा है। गणेश गोदियाल उत्तराखंड की राजनीति में जाना-पहचाना नाम हैं। गणेश गोदियाल उत्तराखंड में जुलाई 2021 से लेकर अप्रैल 2022 तक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। गणेश गोदियाल ने पहला विधानसभा चुनाव साल 2002 में थलीसैंण विधानसभा से लड़ा था। जिसमें उन्होंने अपनी जीत दर्ज कराते हुए रमेश पोखरियाल निशंक को हराया था। इसके बाद साल 2007 में गणेश गोदियाल थलीसैंण विधानसभा से दोबारा मैदान में उतरे, लेकिन इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस बार गोदियाल को निशंक से हार का सामना करना पड़ा था। तीसरा बार गणेश गोदियाल साल 2012 में श्रीनगर विधानसभा सीट से मैदान में उतरे, परिसीमन के बाद थलीसैंण क्षेत्र को श्रीनगर विधानसभा का हिस्सा बन गया था। इस बार गोदियाल ने बीजेपी के धन सिंह रावत को हराया। साल 2017 में गोदियाल फिर से मैदान में उतरे और हार गए। इसके बाद गोदियाल ने 2019 में पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन मोदी लहर में वो बीजेपी के तीरथ सिंह रावत से हार गए थे। इसके बाद साल 2022 के विधानसभा चुनाव में गोदियाल पर पार्टी ने भरोसा जताया है, लेकिन इस बार गोदियाल को हार का ही सामना करना पड़ा।