उत्तरकाशीक्राइमदेहरादून

उत्तराखंड : उरेडा की महिला कर्मचारी की आत्महत्या में दोस्त पर मुकदमा

Ad
ख़बर शेयर करें -

देहरादून/उत्तरकाशी। उरेडा की महिला कर्मचारी की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने उसके दोस्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि उसका दोस्त उसे शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान करता था। इससे तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस को चार अप्रैल को आत्महत्या के दिन महिला कर्मचारी के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला था।

Ad

घटना के 20 दिन बाद युवती के भाई विशाल नेगी निवासी नेशविला रोड ने पुलिस को शिकायत की है। विशाल का कहना है कि उनकी बहन ज्योत्सना उरेडा में काम करती थी। गत तीन अप्रैल को वह अपने कार्यालय जाने के लिए घर से निकली थी। जाते वक्त उसने कहा था कि वह ऑफिस के बाद आशीष गुप्ता निवासी डीएल रोड (साथी) के साथ ऋषिकेश जाएगी।

चार अप्रैल की शाम तक ज्योत्सना घर नहीं लौटी। ज्योत्सना ने फोन भी नहीं उठाया। अगले दिन सुबह आशीष गुप्ता को फोन किया। आशीष ने कहा कि वह दिल्ली में है। ज्योत्सना उसके साथ नहीं है। इसके बाद तलाश की गई। पता चला कि आशीष गुप्ता और एक महिला निवासी आमवाला ने ज्योत्सना को कुछ समय से अत्यधिक परेशान व प्रताड़ित किया हुआ था।

बाद में आशीष ने बताया कि उसका दुर्गा एन्क्लेव, सहस्त्रधारा रोड में एक फ्लैट है। यहां ज्योत्सना बतौर किरायेदार रह रही थी। आशीष की बातों से संदेह हुआ। परिजन पुलिस के साथ फ्लैट पर पहुंचे और दरवाजा तोड़ा। देखा कि ज्योत्सना नेगी की गर्दन एक दीवार पर लगी खिड़की से लटकी हुई थी। आरोप है कि आशीष गुप्ता ने महिला के साथ षडयंत्र रचकर ज्योत्सना को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान किया गया। एसओ रायपुर कुंदन राम ने बताया कि विशाल की शिकायत पर आशीष गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल महिला का नाम मुकदमे में शामिल नहीं किया गया है। घटना के दिन ज्योत्सना के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला था। इसमें उसने आशीष पर धोखा देने की बात लिखी थी।

Ad