उत्तराखंड : देर रात आई भारी बारिश ने मचाई तबाही, देर रात डीएम व एसएसपी को भी उतरना पड़ा सड़क पर
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में मंगलवार की रात को भारी बारिश के कारण वरुणावत पर्वत से अचानक मलबा और पत्थर गिरने से लोगों में हड़कंप मच गया। प्रशासन ने रात में ही वरुणावत की तलहटी पर गौफियारा जल संस्थान के आसपास के क्षेत्रों को खाली करवाकर लोगों को आश्रमों में शिफ्ट किया। मलबे में कई वाहन दब गए।
इस घटना ने वर्ष 2003 में हुए भूस्खलन की कड़वी यादें ताजा कर दीं। तब काफी लंबे समय तक भूस्खलन सक्रिय रहा था। असी और वरुणा नदियों के बीच उत्तरकाशी शहर वरुणावत पर्वत की तलहटी में बसा हुआ है। वरुणावत पर्वत पंचकोसी वारुणी यात्रा के साथ इस पर स्थित पौराणिक मंदिराें के लिए तो प्रसिद्ध है ही। यह वर्ष 2003 के विनाशकारी भूस्खलन के लिए याद किया जाता है। साल 2003 में अचानक ही इस पर्वत से जब भूस्खलन शुरू हुआ तो तीन से चार जोन में बोल्डर व मलबा गिरता था। सबसे मुख्य भटवाड़ी रोड पर वर्तमान सब्जी मंडी के पास वाला क्षेत्र था। इसके बाद मस्जिद मोहल्ले सहित गोफियारा वाले क्षेत्र तक और तांबाखाणी रोड पर भी बोल्डर गिरते हैं। उस भूस्खलन में भटवाड़ी रोड के कई बहुमंजिला भवन जमीदोंज हो गए थे।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने देर रात में ही आपदा प्रबंधन तंत्र को अलर्ट कर सभी अधिकारियों को नियंत्रण कक्ष में बुला लिया। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने देर रात में ही आपदा प्रबंधन तंत्र को अलर्ट कर सभी अधिकारियों को नियंत्रण कक्ष में बुला लिया। जिलाधिकारी भी स्वयं आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंच गए। गए। आनन-फानन में गोफियारा क्षेत्र में एसडीआएफ और प्रशासन की टीम पहुंच गई और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। जिलाधिकारी स्वयं राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी करते रहे। जिलाधिकारी ने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ की स्थिति की समीक्षा कर किसी भी संभावित स्थिति से निपटने की रणनीति पर विचार विमर्श किया।
पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने देर रात्रि मौके पर पहुंचकर लोगों को आश्रम/धर्मशालाओं में शिफ्ट कराया। पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने देर रात्रि में मौके पर पंहुचकर लोगों से अलर्ट रहते हुए सुरक्षित स्थानों पर बने रहने की अपील की तथा स्थानीय लोगों को आश्रम/धर्मशालाओं में शिफ्ट कराया गया है। उत्तरकाशी से तेखला की ओर ट्रैफिक को जीरो जोन किया गया है, यातायात को मनेरा बाईपास की ओर से डायवर्ट किया गया है। पुलिस टीमें लगातार पेट्रोलिंग कर रही हैं।
अभी तक कहीं से किसी भी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है। आज सुबह नगर क्षेत्र में गुफियारा नाले के निकट तथा अन्य जगहों पर सड़कों पर जमा मलबा हटाया जा रहा है। SDRF टीम ने तेखला पुल के पास गदेरे में पानी अधिक आने के कारण फंसे 02 व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद, वरुणावर्त पर्वत के पास भारी वर्षा और भूस्खलन की सूचना मिली। SDRF टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए
इन स्थानों पर किया गया रेस्क्यू कार्य…
1- मांडो गाँव: 02 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
2- नेताला: 02 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।
3- गुफियारा: टीम ने स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थान पर भेजा गया।