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उत्तराखंड : फायर NOC न होने पर आयुष्मान योजना में सूचीबद्ध 27 अस्पतालों को नोटिस, इलाज पर रोक

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उत्तराखंड राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण फायर एनओसी न होने पर आयुष्मान योजना में सूचीबद्ध 27 अस्पतालों को नोटिस जारी कर इलाज पर रोक लगा दी है। अगले आदेशों तक अस्पताल आयुष्मान कार्ड पर नए मरीजों का इलाज नहीं कर सकेंगे।

अस्पतालों में आग की घटना को देखते हुए प्राधिकरण ने यह कार्रवाई की है। आयुष्मान योजना में कार्डधारक मरीजों को पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा है। कार्डधारक मरीजों का इलाज करने के लिए 293 सरकारी और निजी अस्पताल योजना में पंजीकृत हैं, लेकिन कई सूचीबद्ध निजी अस्पतालों के पास अग्निशमन विभाग की एनओसी नहीं है। इस पर प्राधिकरण ने 27 अस्पतालों को नोटिस जारी कर सूचीबद्धता अस्थायी रूप से निरस्त की है। साथ ही अस्पतालों में नए मरीजों के इलाज पर रोक लगा दी है। पूर्व में भर्ती मरीजों का उपचार जारी रहेगा। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के निदेशक डॉ. वीएस टोलिया ने अस्पतालों को नोटिस जारी किया। कहा है कि आयुष्मान योजना में सूचीबद्ध अस्पतालों को 24 जुलाई को पत्र जारी कर फायर एनओसी मुहैया कराने को कहा था। इसके बावजूद भी 27 निजी अस्पतालों ने फायर एनओसी नहीं दी है। इस पर अस्पतालों की सूचीबद्धता को अस्थायी रूप से निरस्त किया गया। कहा, अस्पतालों में आग की घटना से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। अस्पतालों की ओर से फायर एनओसी देने के बाद ही सूचीबद्धता को बहाल किया जाएगा।

इन अस्पतालों की एनओसी हुई निरस्त : —

डॉ. केकेबीएम सुभारती हॉस्पिटल, आनंद हॉस्पिटल, देवभूमि हॉस्पिटल, तूर्ण हॉस्पिटल, गोविंद हॉस्पिटल, कृष्णा हॉस्पिटल, महाजन हॉस्पिटल, महाराजा अग्रसेन चेरेटेबल हॉस्पिटल, ओझा हॉस्पिटल, पगिया हॉस्पिटल, प्रज्ञा हॉस्पिटल, प्रयास हॉस्पिटल, सहोता हॉस्पिटल, स्वास्तिक हॉस्पिटल, तपन हॉस्पिटल, चारधाम हॉस्पिटल, देवकी नंदन हॉस्पिटल, डॉ. कोहली हॉस्पिटल, जोशी मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लाइफ लाइन हॉस्पिटल, नवीन आई हॉस्पिटल, नेत्रम हॉस्पिटल, श्रीराम आई सेंटर, पैनीसिया हॉस्पिटल, स्पंदन हॉर्ट सेंटर, स्पर्श हॉस्पिटल।