उत्तराखंड : टाटा मोटर्स के कर्मचारी की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, 80 हजार के कर्ज से मुक्ति पाने के लिए स्कूटी लूटने को दिया गया हत्याकांड को अंजाम
रुद्रपुर। उधमसिंह नगर पुलिस ने टाटा मोटर्स में कार्यरत कर्मचारी की हत्या का खुलासा कर दिया है। हत्यारों का शिकार बना कर्मचारी करीब एक सप्ताह पूर्व घर से ड्यूटी करने के लिए कंपनी में गया था, लेकिन तब से घर नहीं लौटा। परिजनों ने इस पर गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस ने सीसीटीवी खंगालने के बाद एक संदिग्ध को हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद उसने जंगल से शव बरामद कराया था। अब पुलिस ने पूरे प्ररकरण का खुलासा कर दिया है। आरोपी ने पूछताछ के बाद मामले पर पड़े पर्दे हटाते हुए दिल दहला देने वाला घटनाक्रम सामने रखा है।
जानकारी के अनुसार पंतनगर थाने में गत 28 नवंबर को बिंदुखत्ता, लालकुआं निवासी लक्ष्मण सिंह ने अपने साढू नरेंद्र सिंह खाती की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। नरेंद्र बिंदुखत्ता का रहने वाला था और वह टाटा मोटर्स में कार्य करता था। वह 28 नवंबर को ड्यूटी करने के लिए घर से निकला था, लेकिन तब से वापस घर नहीं लौटा। पुलिस ने मामले में गुमशुदगी दर्ज कर नरेंद्र की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने नरेंद्र खाती के मोबाइल की हिस्ट्री और टाटा मोर्टस से लेकर नरेंद्र के दिखने वाले तमाम स्थानों की सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की।
इसके बाद पुलिस ने संदेह होने पर यूपी के जिला रामपुर के खजुरिया थाना क्षेत्र के गांव ईश्वरपुर निवासी सौरभ कुमार उर्फ गौरव पुत्र राजाराम को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर सौरभ ने बताया कि उस पर 80 हजार रुपए का कर्ज था। कर्ज वापस न लौटा पाने के कारण वह परेशान रहने लगा था। इस बीच 28 नवंबर को वह अपने बड़े भाई अनूप सिंह के साले लाखन से मिलने नगला तिराहे पर गया। लाखन टायर पंचर की दुकान चलाता है। वापस लौटते समय उसने नगला तिराहे से रुद्रपुर की तरफ टोल प्लाजा से पहले एक अज्ञात व्यक्ति को स्कूटी पर खड़ा देखा।
स्कूटी देखकर सौरभ के मन में लालच आ गया और उसने सोचा की स्कूटी बेचकर वह अपने कर्ज को चुका देगा। इसी योजना को लेकर वह स्कूटी पर खड़े नरेंद्र के पास गया और उससे बातचीत की। बाद में उसे बहला फुसला कर उसे जंगल में ले गया और पहले से मौजूद चाकू से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी और शव को झाड़ियां में छुपाकर उसका मोबाइल फोन व स्कूटी लेकर फरार हो गया।
पुलिस ने कहा है कि सर्विलांस और सीसीटीवी की मदद से वह सौरभ तक पहुंच गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि मृतक के लूटे गए फोन को सर्विलांस पर लगाने के साथ ही अलग-अलग स्थान से सीसीटीवी कैमरे की मदद से अभियान चलाया गया और सौरभ को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले के खुलासे में पंतनगर सीओ भूपेंद्र सिंह धौनी और प्रभारी निरीक्षक सुंदरम शर्मा की अहम भूमिका रही। एसएसपी ने बताया है कि यूपी पुलिस से सौरभ के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।