उत्तराखंड # दूल्हा बारात समेत नेपाल सीमा पर धरना पर बैठा, जानें फिर क्या हुआ
उत्तराखंड में 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। इसी बीच आज शुक्रवार को घर से खुशी-खुशी बारातियों संग दुल्हन लेने निकला दूल्हा जगदीश भारत-नेपाल बॉर्डर में फंस गया। दरअसल प्रशासन ने विधानसभा चुनाव मतदान शुरू होने से 72 घंटे पूर्व भारत-नेपाल सीमा बंद कर दिया था। जिस कारण करीब पांच घंटे तक बारात अंतरर्राष्ट्रीय पुल पर फंसी रही। दूल्हा बारात के संग पुल के पास बैठ गया। काफी मिन्नतों के बाद जिला प्रशासन ने करीब पांच घंटे बाद नरम रुख दिखाते हुए सिर्फ बारात रवाना करने के लिए झूला पुल को खुलवाया, तब जाकर बारातियों ने राहत की सांस ली। जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह सात बजे के करीब मूनाकोट विकासखंड के खरक्यूड़ा क्षेत्र निवासी जगदीश सिंह पुत्र प्रताप सिंह अपनी दुल्हन लेने बारातियों संग नेपाल के पीपलकोट के लिए निकले। झूलाघाट में भारत-नेपाल सीमा स्थित झूलापुल पहुंचने पर एसएसबी जवानों ने सीमा बंद होने की जानकारी दी। जिससे बारातियों में हड़कंच मच गया। बॉर्डर पर बताया गया कि अब सीमा तीन दिन बाद यानी 14 फरवरी की शाम छह बजे ही खुलेगी। इसके बाद दूल्हा समेत पूरी बारात ने झूलापुल के समीप ही जमीन पर बैठकर जिला प्रशासन से झूलापुल खोलने की गुहार लगाने लगा। अपराह्न 12 बजकर 10 मिनट में जिला प्रशासन ने सिर्फ बारात को रवाना करने के लिए उच्चस्तरीय अफसरों से बातचीत के बाद झूलापुल खुलवाया।