उत्तरांचल स्टेट प्राइमरी टीचर्स एसोसिएशन ने जिलाध्यक्ष के घर पर हुए हमले की निंदा, कार्रवाई की मांग
कल 18 अगस्त को जिला कार्यकारिणी की बैठक के बाद डीएम से मिलेगा संगठन
चम्पावत। उत्तरांचल स्टेट प्राइमरी टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष गोविंद सिंह बोहरा के लोहाघाट स्थित घर में हुई तोड़फोड़ और जानलेवा हमला करने के मामले को लेकर एसोसिएशन में खासा आक्रोश है। संगठन ने घटना की निंदा करते हुए इसे अंजाम देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एसोसिएशन इस घटना को लेकर सोमवार 18 अगस्त को जिला कार्यसमिति की बैठक करने के साथ ही डीएम से मुलाकात करेगा।
एसोसिएशन के जिला उपाध्यक्ष रुद्र सिंह बोहरा की अध्यक्षता और जिला मंत्री बंशीधर थ्वाल के संचालन में लोहाघाट में हुई बैठक में कहा गया कि घटना से शिक्षक नेता का परिवार सहमा हुआ है। साथ ही इस तरह की घटना आम लोगों में भय पैदा करने के साथ अराजक तत्वों के दुस्साहस को बढ़ाती है। कर्मचारी शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष नागेंद्र जोशी और राजकीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जगदीश सिंह अधिकारी व जिला मंत्री प्रकाश चंद्र उपाध्याय सहित तमाम वक्ताओं ने टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष के घर में घुस ऐसी हरकत को अंजाम देने वालों पर कार्रवाई की मांग की गई है।

बैठक में जिला कोषाध्यक्ष कमल जोशी, ब्लॉक अध्यक्ष कैलाश सिंह फर्त्याल, राम प्रसाद कालाकोटी, कवींद्र सिंह तड़ागी, हरिविनोद पंत, मयंक पुनेठा, चंद्र किशोर पांडेय, कुंवर सिंह प्रथोली, रमेश चंद्र थ्वाल, राजेंद्र सिंह बिष्ट, सतीश गहतोड़ी, शंकर सिंह अधिकारी, गोविंद सिंह मेहता, रमेश रावत, डॉ. योगेश चतुवेर्दी, कैलाश ओली, सुनील पांडेय, श्रीनिवास ओली, कृष्णा खर्कवाल, चंचल सिंह बोहरा, मनोज जोशी, अनिल ओली, जोगा सिंह धौनी, राकेश सिंह, महेश चंद्र उप्रेती, प्रकाश सिंह बोहरा, नरेश जोशी, जोगा सिंह धौनी, शालिनी खर्कवाल, जगदीश सिंह बोहरा, प्रद्युमन भट्ट, पान सिंह चमलेगी, दिवान सिंह फिरमाल, महेश चंद्र पांडेय आदि शिक्षक मौजूद रहे।
मालूम हो कि लोहाघाट के नव निर्वाचित ब्लॉक प्रमुख और उनके कई साथियों पर 14 अगस्त की रात शिक्षक नेता गोविंद सिंह बोहरा के घर में घुसकर तोडफ़ोड़ करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप है। शिक्षक नेता की पत्नी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी प्रमुख महेंद्र ढेक और उनके 9 साथियों के अलावा कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। दूसरी तरफ शिक्षक नेता पर भी सेवा नियमावली की अनदेखी करते हुए पंचायत की राजनीति में सक्रिय रहने का कई नेताओं ने आरोप लगाया है।

