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उत्तरकाशी टनल हादसा : सुरंग में आर-पार हुआ 57 मीटर लंबा पाइप, भेजी जाएगी खाद्य सामग्री

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उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में फंसे 41 श्रमिकों को अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। रेस्क्यू का आज नौवां दिन है। अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स भी आज उत्तरकाशी पहुंचे हैं। वहीं आज एक अच्छी खबर सामने आई है।

सुरंग में आर-पार हुआ 57 मीटर लंबा पाइप
सिलक्यारा सुरंग में छह इंच का एक अतरिक्त पाइप आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के ड्रिल किया जा रहा था। वह अब आर-पार हो गया है। इसकी कुल लंबाई 57 मीटर है। इस पाइप से मजदूरों को खाद्य सामग्री भेजी जाएगी। पहले लगाया गया पाइप छोटा होने की वजह से उन्हें केवल ड्राईफ्रूट और मुरमुरहे ही भेजे जा रहे थे। अब उन्हें अन्य खाने की वस्तुएं भी भेजी जा सकेंगी।

दो रोबोट पहुंचे सिलक्यारा
एनएचआईडीसीएल के निदेशक अंशू मनीष ने कहा कि डीआरडीओ ने 20 किलो और 50 किलो वजन वाले दो रोबोट भेजे हैं। रोबोट जमीन पर चलते हैं और जमीन रेत की तरह काम कर रही है, हमें आशंका है कि रोबोट वहां चल पाएंगे या नहीं।

रोबोटिक्स मशीन सिलक्यारा पहुंची
उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए रोबोटिक्स मशीन सिलक्यारा सुरंग स्थल पहुंच गई है। बीतते वक्त के साथ खतरा बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाई जा रही है।

श्रमिकों के परिजनों का आवागमन का पूरा खर्चा उठाएगी राज्य सरकार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों के ऐसे परिजन जो यहां आना चाहते हैं उनके आवागमन का पूरा खर्चा राज्य सरकार उठाएगी। उन्होंने जरूरतमंद परिजनों के मोबाइल रिचार्ज, भोजन, आवास की भी व्यवस्था करने की बात कही।

उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों तक अतिरिक्त खाद्य सामाग्री पहुंचाने के लिए ड्रिल के माध्यम से आज छह इंच का एक 53 मीटर लंबा पाइप का ब्रेकथ्रू किया गया, जल्द ही फंसे हुए श्रमिकों से संपर्क कर उन्हें खाद्य सामाग्री पहुंचायी जाएगी। NHIDCL निदेशक अंशू मनीष खलखो