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उत्तराखंड में तिनके ही तरह बहने लगी गाड़ियां, मॉनसून की पहली बारिश ही बनी आफत

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हरिद्वार। उत्तराखंड में मॉनसून की आमद को अभी 24 घंटे ही हुए हैं और शुरुआती दिनों की बारिश ने ही ‘हाहाकार’ मचा दिया है। बारिश से नदी-नाले उफान पर आ चुके हैं। कई जगह जलभराव ने लोगों की परेशानियों को अच्छा खासा बढ़ा दिया है। बारिश के कारण कई जगह पेड़ गिरने की घटनाएं भी रिकॉर्ड की गई हैं। उधर हरिद्वार में ऐसी बारिश हुई कि पार्किंग में खड़े वाहन गंगा नदी में बह गए। गाड़ियों के बहने से लोगों में चीख पुकार मच गई। गमीनत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।

हरिद्वार में मॉनसून की पहली बारिश से ही खड़खड़ी श्मशान घाट के पीछे सूखी नदी में काफी बड़ी मात्रा में पानी आ गया। पानी का बहाव इतना तेज था कि सूखी नदी में खड़े वाहन एक-एक करके बहने लगे। बारिश का पानी धीरे-धीरे वाहनों को भी गंगा नदी में अपने साथ ले जाने लगा। इन वाहनों में कारें, डम्पर और बसें शामिल थीं। हर ओर गाड़ियां पानी में बहती नजर आ रही थीं। ये नजारा देख लोगों के बीच चीख पुकार मच गई। गनीमत रही कि वाहनों में कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था। गंगा में बहने के बाद कई वाहन हरकी पैड़ी तक भी पहुंच गए। उधर, नदी में वाहनों को बहता देखने के लिए गंगा घाटों पर लोगों का जमावड़ा लग गया। लोग बहती गाड़ियां का वीडियो बनाने लगे। जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। लोगों के बीच वाहनों के नदी में बहने का किस्सा चर्चा का विषय बना हुआ है।

शहर कोतवाली के एसएसआई सत्येंद्र बुटोला ने बताया कि पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि गाड़ियां उत्तरी हरिद्वार के सूखी नदी पर बने रपटे से बहकर आई हैं। कई बार पार्किंग के पैसे बचाने के लिए लोग नदी के रपटे पर गाड़ियां खड़ी कर देते हैं। शनिवार को जंगल से सूखी नदी में आया अचानक बारिश का पानी से वाहन बहने लगे। ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है। वाहनों को रेस्क्यू करने का प्रयास किया जा रहा है।