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विजिलेंस ने संग्रह अमीन व अनुसेवक को 10 हज़ार की रिश्वत लेते हुए किया गिरफ्तार

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उत्तराखंड विजिलेंस की प्रदेश के रिश्वतखोर अधिकारियों व कर्मचारियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई लगातार जारी है। विजिलेंस कई कई रिश्वतखोर अधिकारियों को ट्रैप कर जेल भेज चुकी है। गुरुवार 2 फरवरी को भी विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए लक्सर तहसील के संग्रह अमीन रविपाल व अनुसेवक पदम प्रकाश को शिकायतकर्ता से 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एसपी विजिलेंस मुख्यालय धीरेंद्र गुंज्याल ने बताया है कि शिकायतकर्ता के द्वारा विजिलेंस के टोल फ्री नंबर 1064 में शिकायत की थी। शिकायत में बताया था कि उसने अपने नाम के टेंपो ट्रैवलर व पत्नी के नाम की मिनी बस को करीब तीन-चार साल पहले बेच दिया था। बेचने संबंधित कागज गलती से आग में जल गए। जिस कारण उसे वाहन किसे बेचे इसकी जानकारी नहीं है। शिकायत में बताया गया दोनों वाहनों की वसूली के संबंध में जारी आरसी को परिवहन विभाग को वापस करने व जेल भेजने से बचाने के बदले लक्सर तहसील के संग्रह अमीन रवि पाल के द्वारा रिश्वत मांगी जा रही थी। एसपी गुंज्याल ने बताया शिकायतकर्ता की शिकायत सही पाई गई। जिसके बाद गुरुवार 2 फरवरी को ट्रैप टीम के द्वारा संग्रह अमीन रविपाल व अनु सेवक पदमप्रकाश को शिकायतकर्ता से 10,000 की रिश्वत लेते हुए बालवाला तिराहा लक्सर से गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ जारी है और दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मामला दर्ज कर लिया है। निदेशक सतर्कता डॉ. बी मुरुगेशन द्वारा ट्रैप टीम को नगद पुरस्कार की घोषणा की है। वहीं एसएसपी विजिलेंस ने लोगों से अपील करते हुए कहा अगर कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी आपसे रिश्वत की मांग कर रहा है तो उसकी शिकायत तुरंत टोल फ्री नंबर 1064 पर करें। जिस पर विजिलेंस के द्वारा तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

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