भू-कटाव के खतरे से निजात दिलाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
टनकपुर/चम्पावत। किरोड़ा नाले से होने वाले भू-कटाव से निजात दिलाए जाने के लिए उचित प्रबंध किए जाने की मांग को लेकर नायकगोठ के ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। शासन प्रशासन की ओर से उनके गांवों को बचाने के लिए अब तक कोई ठोस उपाय न किए जाने से ग्रामीणों में खासा रोष है।

सोमवार को प्रदर्शन करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि मानसून आने में चंद दिन बचे हैं, लेकिन अभी तक नाले के आसपास के गांव के लोगों सुरक्षा के लिए इंतजाम नहीं किए गए हैं। जबकि ग्रामीण इसको लेकर कई बार एसडीएम कार्यालय और सीएम कैंप कार्यालय में ज्ञापन दे चुके हैं। ग्रामीणों ने जल्द से जल्द वायरक्रेट या सीसी दीवार बनाकर कटाव रोकने के उपाय नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। उनका कहना था कि हर साल बरसात में किरोड़ा नाला उफान पर आता है और आसपास की नाप भूमि का कटाव करता है। हनुमानगढ़ी थ्वालखेड़ा में बने पुल के निचले हिस्से में पिछली बरसात में काफी जमीन कट चुकी है, जिससे किरोड़ा नाले का बहाव गांव की ओर हो रहा है। प्रदर्शन करने वालों में गिरधर दीपक सिंह, विनोद सिंह, मुकेश सिंह, जगदीश सिंह, दीपक महर, संजय सिंह, अनिल महर, सुंदर बोहरा, विशाल सिंह आदि शामिल रहे। उधर सिंचाई विभाग का कहना है कि सुरक्षा दीवार का प्रस्ताव भेजा गया है। धनराशि मिलने के बाद निर्माण शुरू हो सकेगा।
गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग
टनकपुर। भारत नेपाल सीमा पर स्थित सैलानीगोठ ग्राम सभा के अति दुर्गम क्षेत्र थपलियालखेड़ा गांव में गुलदार का आतंक बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन गुलदार गौशाला में घुसकर मवेशियों को निवाला बना रहा है। जिससे ग्रामीण दहशत में हैं। गत रात्रि में गुलदार ने सिंह महर की बछिया को मार डाला। ग्रामीण गोविंद सिंह महर ने बताया कि अब तक गुलदार पांच मवेशियों को निवाला बना चुका है। ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से गश्त करने और गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।


