मां ने फोन, लैपटॉप चलाने से मना किया तो छात्रा ने खत्म कर दी जिंदगी
उत्तराखंड के नैनीताल जिले से बेहद ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। परिजनों ने फोन चलाने को लेकर रोक टोक की तो बीफार्मा तृतीय सेमेस्टर की एक छात्रा ने फांसी के फंदे पर लटककर अपनी जान दी।
जानकारी के अनुसार नैनीताल जिले के हल्द्वानी के काठगोदाम शीशमहल के कर्नल वार्ड की रहने वाली 20 वर्षीय जिज्ञासा तिवारी पुत्री चंद्रशेखर तिवारी एक विश्वविद्यालय में बीफार्मा के तृतीय सेमेस्टर की छात्रा थी। जिज्ञासा के पिता चंद्रशेखर ऊर्जा निगम में तकनीकी इलेक्ट्रीशियन के पद पर नौकरी करते हैं। सोमवार की सुबह करीब 8:00 जिज्ञासा लैपटॉप और फोन पर व्यस्त थी। इस दौरान जिज्ञासा की मां भावन तिवारी ने उसे स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने पर फटकार लगाई, जिससे नाराज होकर वह सीधा अपने कमरे में चली गई।
काफी वक्त गुजरने के बाद जब जिज्ञासा अपने कमरे से बाहर नहीं आई तो उसके परिजन परेशान हो गए। परिजनों ने उसे आवाज लगाई, लेकिन उसने कुछ जवाब नहीं दिया इसके बाद परिजनों की चिंता और बढ़ गई। अनहोनी की आशंका में जिज्ञासा के परिजनों ने उसके कमरे का दरवाजा तोड़ा। जैसे ही उन्होंने दरवाजा तोड़ा अंदर का नजारा देखकर उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। जिज्ञासा पंखे पर फंदे पर लटकी हुई थी। आनन फानन मे परिजन उसे डॉक्टर सुशीला तिवारी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने जिज्ञासा को मृत घोषित कर दिया। पुलिस प्रशासन द्वारा जिज्ञासा के शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया है। जिज्ञासा की मौत के बाद से उसके परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
जिज्ञासा के कमरे से सुसाइड नोट बरामद, माता-पिता के साथ युवक दोस्त का भी जिक्र
पुलिस प्रशासन द्वारा जांच पड़ताल में खुलासा हुआ है कि जिज्ञासा अपने पारिवारिक विवाद की ज्यादातर बातें अपने एक युवक दोस्त के साथ साझा करती थी। वह मानसिक रूप से परेशान चल रही थी। जिसने सुसाइड नोट में माता-पिता के सपोर्ट नहीं करने और बात-बात पर रोकने तथा किसी बात को लेकर डिप्रेशन में रहने का जिक्र किया है। जिज्ञासा के आत्मघाती कदम उठाने की सूचना पुलिस को उसके चचेरे भाई गर्वित के एक दोस्त ने दी थी। जिज्ञासा का अंग्रेजी व जेन जी लैंग्वेज का सुसाइड नोट पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती बनकर उभर रहा है।
जिज्ञासा ने जेन जी टाइप में लिखा सुसाइड नोट
जिज्ञासा ने जेन जी टाइप लैंग्वेज में अपने पारिवारिक विवाद की कहानी लिखी है। जिसमें ज्यादातर बातें उसने अपने माता-पिता के खिलाफ लिखी हैं। इसके अलावा उसने अपने एक युवक दोस्त को भी कोसा है। जिज्ञासा ने सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि ‘बहुत हुआ अब मैं शांति से जाना चाहती हूं’। फिलहाल पुलिस द्वारा जिज्ञासा के मोबाइल और लैपटॉप को कब्जे में लिया गया है। हालांकि जिज्ञासा का मोबाइल व लैपटॉप दोनों लॉक हैं। जिसमें पासवर्ड लगे हैं। मोबाइल और लैपटॉप को खोलने का प्रयास किया जा रहा है।

