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उत्तराखंड # मुख्यमंत्री का परिवार जब वीआईपी नहीं तो फिर अधिकारियों को काहे की ठसक, धामी ने दिया साइलेंट मैसेज

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उत्तराखंड की राजनीति से लेकर सोशल मीडिया में डॉ. निधि उनियाल और स्वास्थ्य सचिव की पत्नी का प्रकरण छाया हुआ है। इस प्रकरण के बाद शासन के अधिकारी के घर पर डॉक्टर बुलाने को और न बुलाने को लेकर बहस छिड़ी हुई है। ऐसे में इस बीच सीएम धामी की मां की एक तस्वीर वायरल हो रही है। जिसमें वे चेकअप के लिए डॉक्टर के पास पहुंची हैं। इस तस्वीर को मुख्यमंत्री धामी के परिवार की सादगी और डॉ. निधि उनियाल और स्वास्थ्य सचिव की पत्नी के प्रकरण से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, वायरल हो रही तस्वीरें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की माताजी विमला देवी की हैं, जो कि इसी हफ्ते अपने रूटीन चेकअप के लिए देहरादून के सीएमआई अस्पताल पहुंची थीं। धामी की मां मशहूर डॉ. महेश कुड़ियाल के पास अपनी बेटी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की बड़ी बहन के साथ सीएमआई अस्पताल पहुंची थीं। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि सीएम धामी की मां किस तरह सादगी से डॉक्टर के पास उनके केबिन में रूटीन चेकअप के लिए बैठी हैं।
मुख्यमंत्री धामी के परिवार की ये तस्वीरें आज के परिपेक्ष में बेहद बड़ा संदेश देती हैं। खासतौर से सत्ता में मौजूद उन अधिकारियों और नेताओं के लिए भी जो कि पॉवर में आने के बाद कहीं ना कहीं वीआईपी कल्चर को बढ़ावा देते हुए आम लोगों के लिए संघर्ष का विषय बनते हैं। बता दें कि बीते रोज दून मेडिकल कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. निधि उनियाल ने गुरुवार को स्वास्थ्य सचिव की पत्नी पर बदतमीजी का आरोप लगाए हुए इस्तीफा दे दिया था। इस पर उनका तबादला अल्मोड़ा कर दिया गया था। मुख्यमंत्री ने इस मामले पर सख्ती दिखाई है। उन्होंने तत्काल प्रभाव से डॉक्टर निधि का तबादला रोकने का आदेश दिया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को मामले की जांच के लिए कमेटी बनाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर मुख्य सचिव डॉ. संधू ने अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार को उपरोक्त प्रकरण की तथ्यात्मक जांच (fact finding enquiry) करते हुए अपनी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

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नवीन सिंह देउपा

नवीन सिंह देउपा सम्पादक चम्पावत खबर प्रधान कार्यालय :- देउपा स्टेट, चम्पावत, उत्तराखंड