गुलदार से भिड़ गई महिला, हमलावर हुए गुलदार को खुद ही जान बचाकर भागना पड़ा

अचानक गुलदार ने हमला कर दिया। अपनी जान बचाने के लिए कमला देवी भी गुलदार से भिड़ गई। गुलदार और कमला देवी करीब आंधे घंटे तक आपस में भिड़ते रहे। वहीं, कमला देवी के शोर शराबे की आवाज सुनकर आसपास मौजूद महिलाएं भी मौके पर पहुंच गईं। मौके पर मौजूद महिलाओं के चिल्लाने की आवाज सुनकर गुलदार कमला देवी को छोड़कर भाग गया।

पिथौरागढ़। बेरीनाग विकासखंड के दूरस्थ ग्राम पंचायत सेलीपाख के डोल गांव में गुलदार के आतंक का मामला सामने आया है। यहां गुलदार ने महिला पर हमला कर दिया था। हालांकि महिला ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी जान बचान के लिए गुलदार से भिड़ गई। आखिर में गुलदार को ही अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। गुलदार के हमले से महिला भी घायल हो गई थी, जिसे पास के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के मुताबिक डोल गांव की रहने वाली 46 साल की कमला देवी शनिवार सुबह 11 बजे घर से पास के ही जंगल में मवेशियों के लिए चारा लेने गई थी। बताया जा रहा है कि कमला देवी जंगल में घास काट ही रही थी कि तभी पीछे से अचानक गुलदार ने हमला कर दिया। अपनी जान बचाने के लिए कमला देवी भी गुलदार से भिड़ गई। गुलदार और कमला देवी करीब आंधे घंटे तक आपस में भिड़ते रहे। वहीं, कमला देवी के शोर शराबे की आवाज सुनकर आसपास मौजूद महिलाएं भी मौके पर पहुंच गईं। मौके पर मौजूद महिलाओं के चिल्लाने की आवाज सुनकर गुलदार कमला देवी को छोड़कर भाग गया।
परिजन कमला देवा को सीएचसी बेरीनाग लेकर गए, जहां कमला देवी का उपचार किया जा रहा है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. सिद्धार्थ पाटनी ने बताया कि महिला के हाथ, पैर, सिर और पीठ में गुलदार के नाखून और दांत के घाव लगे हैं, जिसका उपचार किया जा रहा है। वैसे महिला खतरे से बाहर है। क्षेत्र पंचायत सदस्य गणेश सिंह ने वन विभाग से महिला को मुआवजा देने और गुलदार को पकड़ने की मांग की है।
वन क्षेत्राधिकारी बेरीनाग ने बताया है कि वन विभाग की टीम को मौके पर भेज दिया है। इलाके में वनकर्मियों की गश्त भी बढ़ा दी गई है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वो खेतों में अकेले न जाए. साथ ही बच्चों को भी शाम के समय अकेला नहीं छोड़े। बता दें कि बेरीनाग नगर में जवाहर चौक बाईपास मार्ग पर शुक्रवार को दो गुलदार एक साथ सड़क पर घूमते हुए दिखे थे, जो वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गए थे।
