यशपाल आर्य ने उगले भाजपा के राज, कहां- सरकार चलाना तो कांग्रेस ही जानती है
राजधानी देहरादून में कांग्रेस मुख्यालय पर पूर्व मंत्री यशपाल आर्य का जोरदार स्वागत किया गया। कोंग्रेसियों ने ढोल-दमाऊ और आतिशबाजी के साथ यशपाल आर्य का स्वागत कर उनको बधाई व शुभकामनाएं दीं। मालूम हो कि यशपाल आर्य 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी में शामिल हुये थे। यशपाल आर्य बाजपुर से बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़े और तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कैबिनेट में मंत्री भी रहे। यही नहीं यशपाल आर्य को बीजेपी ने बड़े विभागों के जिम्मेदारियों से नवाजा गया। पिछले दिनों यशपाल आर्य बीजेपी छोड़ कर फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए थे। आज देहरादून के राजीव भवन में यशपाल आर्य की विधिवत रूप से कांग्रेस में ज्वाइनिंग हुई। इस कार्यक्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय माहसचिव व चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह सहित कई नेता शामिल रहे।
आज कांग्रेस मुख्यालय में यशपाल आर्य का भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान मंच से अपने संबोधन में यशपाल आर्य ने भाजपा के कई राज उगले। यशपाल आर्य ने कहा कि जब मैं भाजपा में था तो उस वक्त भाजपा वाले भी कहते थे कि सरकार चलाना तो कांग्रेस को आता है। भाजपा को सरका चलाना नहीं आता। यशपाल आर्य ने कहा कि भाजपा की सरकार हवाई सरकार है। जो आपदा में हवाई सर्वेक्षण करती रही। उन्हें जनता की तकलीफों से कोई मतलब नहीं है। आगे यशपाल आर्य ने कहा कि भाजपा को हराने के लिए दो महीने अलख जगाने की जरुरत है। इसके लिए हम सब सब तैयार हैं। इस दौरान यशपाल आर्य जोश में दिखे। मंच पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व सीएम हरीश रावत, विधायक आदेश चौहान समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने यशपाल आर्य की कई बातों पर ठहाके लगाए। हरीश रावत भी मुस्कुराते नजर आए। यशपाल आर्य ने कहा कि वहां से कुछ सीखकर आया हूं, कुछ सिखाऊंगा। साथ ही कहा कि आपका भाई यशपाल आर्य भाजपा को जवाब देगा। भाजपा की उलटी गिनती शुरु हो गई है। आगे यशपाल आर्य ने कहा कि मेरी कोई हैसियत नहीं है। मुझे जो बनाया पार्टी ने बनाया। ये बात कहते हुए आर्य भावुक हो गए। यशपाल आर्य ने कहा कि जितने दिन में भाजपा में रहा इसकी भरपाई मैं करुंगा। बोले कि मैं पूरी मेहनत करुंगा। यशपाल आर्य ने कहा कि मैं जब सचिवालय जाता था तो मेरी नजरें कांग्रेस भवन में ही रहती थीं। मैंने यहां से कई लड़ाईयां लड़ी। इस मंदिर से कई लड़ाइयां हमने लड़ी हैं।