चम्पावत केंद्रीय विद्यालय में आठवीं तक हो सकेंगे दाखिले!
चम्पावत। यहां एसएसबी परिसर में छठी कक्षा तक चल रहे केंद्रीय विद्यालय में इस बार आठवीं तक प्रवेश हो सकते हैं। इसे लेकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद से पत्राचार किया गया है। अनुमति मिलने पर इस सत्र से कक्षाएं संचालित होंगी। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में सात मार्च 2019 को हुई अंतिम कैबिनेट की बैठक में कई अन्य फैसलों के साथ चम्पावत में केंद्रीय विद्यालय खोले जाने का निर्णय लिया गया था। एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) परिसर में पांच एकड़ जमीन लीज पर मिलने के बाद जुलाई 2020 से पांचवीं तक कक्षाएं शुरू हुईं। हर साल एक-एक कक्षा खुलनी थी। अब इस केंद्रीय स्कूल में इस साल छठी की एक कक्षा बढ़ने के बजाय तीन नई कक्षाओं में प्रवेश होने की संभावना बढ़ गई है। इसे लेकर एसएसबी की ओर से एक प्रस्ताव भेजा गया है। केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य बीडी ओली ने बताया है कि छठीं कक्षा तक 188 विद्यार्थी हैं। सातवीं कक्षा के लिए पांच और आठवीं कक्षा के लिए 13 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है। इन कक्षाओं में केंद्र सरकार के कैटेगरी वन के कर्मियों के कम से कम 15 छात्र होने पर कक्षाएं खोली जा सकती हैं। एसएसी पंचम वाहिनी के कमांडेंट प्रमोद देवरानी ने कहा है कि एसएसबी परिसर में पिछले साल से शुरू हुए केंद्रीय विद्यालय में इस वर्ष तीन नई कक्षाओं को खोले जाने के लिए सीबीएसई से आग्रह किया गया है। कक्षाएं सुचारु तरीके से चल सके, इसके लिए एसएसबी में पर्याप्त कमरे उपलब्ध कराए गए हैं।
52 करोड़ की लागत से बन रहा लोहाघाट केवि भवन
चम्पावत। चम्पावत में पिछले साल खुलने वाला केवि जिले का चौथा विद्यालय होगा। इससे पूर्व बनबसा केवि वन, बनबसा केवि टू और लोहाघाट में ये स्कूल खुल चुके हैं। 1982 में खुले कमलपथ और 1983 में खुले बनबसा की व्यवस्थाएं बेहतर हैं। 2004 से संचालित लोहाघाट केवि की स्थिति अच्छी नहीं है। पहली से इंटर तक 430 से अधिक विद्यार्थियों वाला यह कॉलेज फिलहाल जिला पंचायत भवन के कमरों में चल रहा है। जगह की कमी से इंटर में मात्र विज्ञान संकाय है। पुस्तकालय, प्रयोगशाला और कंप्यूटर की कक्षाओं के संचालन में भी परेशानी हो रही है। प्राचार्य बीडी ओली का कहना है कि लोहाघाट में छमनियां में 52 करोड़ रुपये से केंद्रीय लोक निर्माण विभाग भवन निर्माण करा रहा है।