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श्री पूर्णागिरि मंदिर के पुजारी व मंदिर समिति उतरी ट्रस्ट के विरोध में, सरकार को दी ये चेतावनी

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टनकपुर। मां पूर्णागिरि धाम को ट्रस्ट बनाए जाने की सरकार की कवायद का मंदिर समिति व पूर्णागिरि के पुजारियां पांडेय व तिवारियों ने विरोध शुरू कर दिया है। मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित भुवन पांडेय के नेतृत्व में पुजारियों ने शनिवार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम हिमांशु कफल्टिया को सौंपा। ज्ञापन में मंदिर के पुजारियों का कहना है कि उनके संज्ञान में आया है कि सरकार ने पूर्णागिरि धाम को ट्रस्ट बनाए जाने के लिए एक प्रशासनिक कमेटी का गठन किया है। साथ ही उसे एक माह में रिपोर्ट दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि माता श्री पूर्णागिरि तिवारी व पांडेय पुरोहितों की ईष्ट देवी हैं। प्राचीन काल से ही उनके पूर्वजों ने पूजा पाठ व हवन यज्ञ कर देवी की ख्याति को विश्वभर में प्रसिद्ध किया। धाम में आने वाले तीर्थयात्रियों को यजमान समझ कर उनके लिए निशुल्क आवासीय व्यवस्था की। आज पांडेय व तिवारियों के एक हजार से अधिक परिवार माता श्री पूर्णागिरि की सेवा में लगे हुए हैं। अपनी नाप भूमि व नाप भूमि से लगी जमीनों पर अस्थाई और स्थाई धर्मशालाओं का निर्माण कर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए निशुल्क पेयजल, रात्रि विश्राम, शौचालय आदि की व्यवस्था करते आ रहे हैं।

ज्ञापन में कहा है कि श्री पूर्णागिरि धाम के पुरोहितों ने विभिन्न बैंकों से लोन लेकर अस्थाई व स्थाई धर्मशालाओं का निर्माण कराया है। उन पर बैंकों के कर्ज अभी तक चल रहे हैं। ट्रस्ट बनने से स्थानीय पुरोहितों व व्यापारियों के हित प्रभावित होंगे। ज्ञापन में मांग की गई है कि ट्रस्ट बनाए जाने की प्रक्रिया को अविलंब रोका जाए। चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांग को अनसुना किया तो वे परिजनों के साथ आंदोलन करने को बाध्य होंगे। ज्ञापन देने वालों में बीडीसी सदस्य रविशंकर पांडेय, ग्राम प्रधान मंजू पांडेय, महेश पांडेय, मनोज पांडेय, खीमानंद, पूरन चंद्र पांडेय, हेम चंद्र, राजेंद्र तिवारी, सुभाष पांडेय, गिरीश पांडेय, घनश्याम तिवारी, रमेश तिवारी, सुरेश तिवारी, कमलापति तिवारी, पुष्कर पांडेय, गिरीश चंद्र पांडेय समेत पुजारी शामिल रहे।

नवीन सिंह देउपा

नवीन सिंह देउपा सम्पादक चम्पावत खबर प्रधान कार्यालय :- देउपा स्टेट, चम्पावत, उत्तराखंड