अपहृत सेवानिवृत्त कर्मी की हत्या, बैलड़ाव के जंगल में मिला शव
हल्द्वानी। कोटाबाग निवासी सेवानिवृत्त कर्मचारी की हत्या कर शव बैलपड़ाव के जंगल में फेंक दिया गया। बाजपुर पुलिस ने एक दिन पहले ही पूर्व कर्मचारी के अपहरण का मुकदमा दर्ज किया था। शुरुआती जांच में पैसों के लेनदेन का विवाद सामने आ रहा है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। कोटाबाग के मायारामपुर निवासी बिशन सिंह रावत खंड विकास कार्यालय बाजपुर से सेवानिवृत्त हुए थे। उनके पुत्र चंदन ने शुक्रवार शाम बाजपुर कोतवाली में दी तहरीर में कहा था कि पिता बिशन सिंह रावत के पास सुबह दस बजे बन्नाखेड़ा (बाजपुर) निवासी श्रीराम का फोन आया था। उसके बाद पिता ने बताया कि श्रीराम से उन्हें पांच हजार रुपये लेने हैं। श्रीराम ने पैसे लेने के लिए बुलाया है। दोपहर 12 बजे वह बाइक से बन्नाखेड़ा के लिए रवाना हुए। तीन बजे उन्होंने फोन कर बताया कि वह श्रीराम के साथ जंगल में खत्ते की ओर जा रहे हैं। उसके बाद उनका मोबाइल बंद हो गया। श्रीराम के मोबाइल पर फोन किया तो उसने पिता के बदले पैसों की डिमांड की। चंदन ने पुलिस को दी तहरीर में अनहोनी की आशंका जताई।
सीओ वंदना वर्मा ने बताया है कि तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी श्रीराम के खिलाफ धारा 365 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया था। उसके बाद बिशन सिंह की तलाश शुरू की गई। शनिवार सुबह कालाढूंगी पुलिस ने बैलपड़ाव के जंगल से बिशन सिंह रावत का शव बरामद किया। इसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए रामनगर भेज दिया गया। पुलिस ने शव बरामद होने पर मुकदमे में आईपीसी की धारा 302 बढ़ाकर नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में प्रयुक्त चाकू और मृतक की बाइक भी बरामद कर ली है। इधर, बिशन सिंह की मौत की खबर सुनकर परिजनों का रो.रोकर बुरा हाल है। बताया जा रहा है कि मृतक की गर्दन पर चाकू के वार के कई निशान हैं।