मां पूर्णागिरि का मेला # देवकी गड़कोटी के नाम छूटा टनकपुर का तहबाजारी ठेका
टनकपुर। उत्तर भारत के प्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेले के संचालन को लेकर प्रशासन और जिला पंचायत के बीच चल रहे द्वंद की वजह से मेले में अपना कारोबार संचालित करने वाले कारोबारियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। विवाद का असर ठेकों की निलामी पर भी नजर आया। नगर पालिका की ओर से शहर मेला क्षेत्र में बाल मुंडन और वाहन पार्किंग समेत चार ठेकों का आयोजन किया गया था, लेनि इसमें ठेकेदारों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। इसके चलते चार में तीन टेंडरों की नीलामी निरस्त करनी पड़ी है। एक साल की तहबाजारी का ठेका 10.25 लाख रुपये में आवंटित हुआ। मालूम हो कि कोरोना के कारण गत वर्ष पूर्णागिरि मेले को जहां छह दिन बाद ही निरस्त करना पड़ा था, वहीं इस बार भी प्रशासन और मेला समिति ने एक माह का ही मेला आयोजित करने का फैसला किया है। इससे मेले को लेकर कारोबारियों में असमंजस की स्थिति है। शनिवार को नगर पालिका की ओर से तहबाजारी समेत मेले के लिए बाल मुंडन, तहबाजारी और वाहन पार्किंग के ठेकों की नीलामी में भी कारोबारियों में असमंजस की स्थिति का असर देखने को मिला। पालिका सभागार में हुई नीलामी की प्रक्रिया में तहबाजारी के लिए तो तीन ठेकेदारों ने निविदाएं डालीं, लेकिन अन्य तीन ठेकों की नीलामी में कोई ठेकेदार शामिल नहीं हुआ। इसके चलते तहबाजारी को छोड़ तीनों ठेकों की नीलामी रद्द करनी पड़ी। तहबाजारी का ठेका देवकी गड़कोटी के नाम 10.25 में छूटा। नगर पालिका अध्यक्ष विपिन कुमार ने बताया कि रद्द हुए तीनों ठेकों के लिए फिर से निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी।