ये उत्तराखंड है, यहां एंबुलेंस भी धक्के से चलती है… तस्वीरें देखें

स्वास्थ्य सेवा की इससे बदहाल और शर्मनाक तस्वीर आपको शायद ही कहीं देखने को मिले। ये तस्वीर संयुक्त चिकितसालय टनकपुर की है। जिस एंबुलेंस को धक्का लगाया जा रहा है ये एंबुलेंस रेफरल मामलों में मदद पहुंचाने के लिए टनकपुर को पिछले साल 16 अगस्त को मिली थी। इसे बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस (बीएलएसए) कहा जाता है। पर इस एंबुलेंस को खुद ही सपोर्ट की जरूरत पड़ रही है। ऐसे में ये मरीजों को क्या सपोर्ट करेगी, इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। ये जो युवा इस एंबुलेंस को धक्का लगा रहे हैं ये हैं सेना में भर्ती में जाने वाले। ये आज टनकपुर संयुक्त चिकित्सालय में कोरोना टेस्ट कराने आए थे। जानकारी के अनुसार कोरोना टेस्ट कराने वाले युवाओं की भीड़ देखते हुए उनके लिए जगह बनाने के लिए अस्पताल परिसर में खड़ी इस एंबुलेंस को साइड करना था तो ये स्टार्ट ही नहीं हुई। इसके बाद सेना भर्ती के लिए कोरोना टेस्ट कराने पहुंचे युवाओं से धक्का लगा कर इस एंबुलेंस को धक्का लगवा कर किसी तरह साइड किया गया। सीएमएस डॉ.एचएस हृयांकी का कहना है कि इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वह इस संबंध में जानकारी हासिल करने के बाद ही कुछ कह सकते हैं।



