पड़ासोंसेरा गांव की नदी में बही गीता को प्रशासन ने किया मृत घोषित, प्रशासन ने मुआवजा दिया
लोहाघाट। विकासखंड बाराकोट के पड़ासोंसेरा निवासी नदी में बही गीता देवी (35) पत्नी नारायण सिंह को प्रशासन ने मृत घोषित कर उसके परिजनों को चार लाख रुपये का मुआवजा दिया है। गीता देवी पिछले वर्ष 21 जुलाई को जंगल से घास काटकर लौट रही थी। इसी दौरान रूय्नी नदी में पैर फिसलने से वह बह गई थी। लंबे समय तक ढूंढखोज के बावजूद उसका पता नहीं चल सका।
एसडीएम केएन गोस्वामी ने बताया है कि महिला के नदी में बहने के बाद इस मामले की मजिस्ट्रेटी जांच की गई। इसमें स्थलीय निरीक्षण के साथ मायके, ससुराल वालों के बयान दर्ज कर घटना के समय राहत और बचाव कार्य में जुटे अधिकारियों, कर्मचारियों से घटना से संबंधित साक्ष्य जुटाए गए। सभी पक्षों को सुनने और साक्ष्यों के परीक्षण के बाद एसडीएम ने डीएम को अपनी रिपोर्ट सौंपी। इसमें नदी में बही गीता देवी को मृत मान दैवी आपदा के मानकों के तहत मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की संस्तुति की थी। रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने मृतक गीता के परिजनों को दैवी आपदा मद से मानकों के अनुरूप चार लाख रुपये का मुआवजा स्वीकृत किया। एसडीएम गोस्वामी ने बताया कि मृतका के पुत्र प्रियांशु, ललित सिंह, पुत्री रीता, तनुजा, पति नारायण सिंह के नाम से जारी 80-80 हजार रुपये के चेक बुधवार को नारायण सिंह को सौंपे गए। मृतका के परिजनों ने मुआवजा दिलाने के लिए प्रशासन का आभार जताया।