चम्पावत में संपन्न हुई बीडीसी बैठक, प्रमुख रूप से उठी क्षतिग्रस्त व जीर्णशीर्ण विद्यालयों की मरम्मत व सुधारीकरण की मांग
चम्पावत। क्षेत्र पंचायत समिति चम्पावत की सामान्य बैठक गुरुवार को विकासखंड कार्यालय सभागार में संपन्न हुई। जिसमें जनप्रतिनिधियों ने विद्यालय भवनों की मरम्मत एवं निर्माण की मांग प्रमुखता से उठाई। ब्लॉक प्रमुख रेखा देवी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी, समस्त विभागों के अधिकारी एवं विकासखंड के विभिन्न क्षेत्र पंचायत सदस्य व ग्राम प्रधान उपस्थित रहे। दिसंबर 2021 के बाद गुरुवार को आयोजित क्षेत्र पंचायत समिति की बैठक में सदस्यों द्वारा सदन में अपने अपने क्षेत्र से संबंधित विभिन्न समस्याएं रखीं। मुख्य रूप से सदन में विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त व जीर्णशीर्ण विद्यालयों की छत मरम्मत व सुधारीकरण की मांग की गई। क्षेत्रों से आए जनप्रतिनिधियो द्वारा विद्यालय भवनों की मरम्मत निर्माण की मांग प्रमुखता से रखी। जिसमें राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सल्ली, प्राथमिक विद्यालय लड़ाबोरा, बाजरीकोट के भवन की छत की मरम्मत किए जाने, जीआईसी दियूरी में पूर्व में निर्मित दो मंजिला भवन रेलिंग निर्माण किए जाने के साथ ही प्राथमिक विद्यालय लफड़ा, तामली, बकौड़ा, भंडारबोरा, पचनई, बसौटी समेत विभिन्न विद्यालयों भवनों की मरम्मत की मांग की गई, जिस संबंध में जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि जिले के सभी विद्यालयों की मरम्मत के प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। जिन विद्यालयों के प्रस्ताव वर्तमान तक नहीं बने हैं जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को स्वयं इन विद्यालयों का निरीक्षण कर शीघ्र प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
पेयजल विभाग की समीक्षा के दौरान चौड़ा राजपुरा कुलेठी में एनएच के द्वारा मलवा हटाने में क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन के कारण 5 परिवारों को हो रही पेयजल समस्या के समाधान के संबंध में संबंधित जनप्रतिनिधि द्वारा सदन में मामला रखा गया। जिसे 15 दिन में समस्या के समाधान हेतु जल संस्थान के अधिकारी को निर्देश दिए गए। बैठक में धौन से दियूरी तक पूर्व में निर्मित पेयजल लाइन जो जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है, उसे ठीक करने की मांग पर पेयजल विभाग से आए अधिकारियों द्वारा अवगत कराया कि इस योजना की मरम्मत हेतु जिला योजना से 12 लाख की धनराशि स्वीकृति प्राप्त हुई है। टेंडरिंग की कार्यवाही की जा रही है। जिलाधिकारी ने विभाग को शीघ्र टेंडर की कार्यवाही पूर्ण करते हुए कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त पेयजल विभाग से आए अधिकारी द्वारा अवगत कराया की दियूरी क्षेत्र की पेयजल समस्या के समाधान हेतु जल जीवन मिशन अंतर्गत 50 लाख की डीपीआर बन गई है। इसके अतिरिक्त सल्ली गांव में दैवी आपदा से क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन की मरम्मत किए जाने की मांग पर जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि शीघ्र ही धनराशि की व्यवस्था की जाएगी। इस हेतु उन्होंने पेयजल लाइन का प्रस्ताव बनाने के निर्देश जल संस्थान को दिए। बैठक में राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण में क्षतिग्रस्त हैंडपंप की मरम्मत किए जाने का भी मामला सदन में रखा गया, जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि विगत 5 वर्षों में जिले में संचालित सभी हैंडपंप की सूची तथा वर्तमान तक उनके क्रियाशील की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के साथ ही क्षतिग्रस्त हैंडपंप को तुरंत मरम्मत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कांणा गांव, मंच में भी पेयजल की समस्या का मामला सदन में रखा गया, जिस पर संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए।
बैठक में सदस्यों द्वारा विभिन्न तोकों में जहां पूर्व में सोलर लाइट के माध्यम से विद्युतीकरण किया गया था, उसे विद्युत लाइन के माध्यम से विद्युतीकरण की मांग की। जिस पर यूपीसीएल से आए अधिकारियों द्वारा अवगत कराया कि इस हेतु जिले के ऐसे सभी तोकों में विद्युतीकरण के प्रस्ताव भारत सरकार को भेजे जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त ग्राम पचनई, बजौन, भुजिया आदि क्षेत्रों में विद्युत ट्रांसफर ट्रांसफार्मर बदले जाने आदि की समस्या रखी गई, जिसके समाधान हेतु विभाग को निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त बैठक में सल्ली रुइया में स्वास्थ्य उप केंद्र खोले जाने की मांग की गई। लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान चौड़ाराजपुरा सड़क में डामरीकरण किए जाने, गौड़ी किमतोली सड़क के सुधारीकरण, दियूरी सड़क में जगह-जगह बन गए गड्ढे की मरम्मत किए जाने व दीवार निर्माण, सल्लीकुड़ी सड़क का पूर्ण निर्माण किए जाने की मांग संबंधित क्षेत्र पंचायत सदस्य द्वारा रखी गई। इसके अतिरिक्त सिमल्टा गांव में कुछ समय पूर्व में किए गए दो किमी हॉट मिक्स सड़क जो उखड़ गई है, उसे ठीक करने की मांग की गई। जिस पर जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सोमवार तक संपूर्ण रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त विभिन्न सदस्यों द्वारा सड़कों में झाड़ी कटान व नाली मरम्मत की मांग की गई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिन जिन सड़कों में पेंचवर्क का कार्य किया जाना है उसे मौसम अनुकूल होने पर तत्काल किया जाए। इसके अतिरिक्त कोट अमोड़ी, बनलेख, ललुवापनी, लड़ाबोर आदि क्षेत्रों की सड़कों का मामला सदन में रखा गया। बैठक में सदन में गत वर्ष 2021-22 की अवशेष धनराशि तथा वर्ष 2022-23 में प्राप्त 37 लाख की धनराशि के किए जाने वाले कार्यों के कार्य योजना पर भी चर्चा की। बैठक में जिला विकास अधिकारी संतोष पंत, उपजिलाधिकारी रिंकू बिष्ट, ज्येष्ठ उप प्रमुख मोनिका बोहरा, कनिष्ठ उप प्रमुख मोहन चंद समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान आदि उपस्थित रहे।